दरभंगा. लहेरियासराय थाना क्षेत्र के चकरहमत मोहल्ला निवासी मो. इकरामुल हक की पत्नी गुलशन बेगम ने लहेरियासराय थाना में चार मई को आवेदन देकर अपनी बड़ी पुत्री समरीन इकराम के अपहरण का मामला दर्ज करायी थी. इसमें चंदनपट्टी गांव निवासी सैयद अबूजर अली तथा उनके पारिवारिक सदस्यों को आरोपित किया था. घटना को 25 दिन तथा प्राथमिक दर्ज होने के 23 दिन बीत जाने के बाद भी लड़की की बरामदगी नहीं हो सकी है. वहीं अपहरण कांड में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. इससे परिजन आक्रोशित एवं चिंतित हैं. बता दें कि आवेदन में कहा गया था कि दो मई को उनकी पुत्री समरीन स्कूटी से अपनी छोटी बहन मरियम इकराम के साथ सीएम कॉलेज फार्म भरने के लिए घर से गई थी. कॉलेज पहुंचने के बाद समरीन ने छोटी बहन को घर लौटने को कहा और उससे बोला कि वह काम पूरा करने के बाद उसे काल करेगी. कई घंटे बीतने के बाद भी वह कॉल नहीं की. चिंतित होकर परिवार के सदस्य ने उसके मोबाइल नंबरों पर कई बार कॉल किया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसके बाद उसका नंबर बंद हो गया. चिंतित परिजन कालेज आदि जगहों पर उसकी खोज की. छोटी बेटी मरियम ने बताया कि जब वह बड़ी बहन समरीन को कॉलेज के पास छोड़ी थी, तब दादी गांव के एक लड़के सैयद अबूजर अली, पिता सैयद साकिर हुसैन, ग्राम चंदनपट्टी, थाना पतौर को वहां देखी थी. छानबीन में पता चला कि सैयद अबूजर भी उस समय से घर पर नहीं है तथा उसका मोबाइल भी बंद है. सैयद अबूजर के घर वालों से उसके बारे में पूछताछ करने पर धमकियां मिली. पूर्ण विश्वास हो गया कि अपहरण कार्य में सैयद अबूजर और उसके पारिवारिक सदस्य की मिली भगत है.
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