Darbhanga News: सदर. दरभंगा में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किये जाने की संभावना बढ़ गयी है. इसे लेकर भारत मौसम विभाग पटना के वैज्ञानिक और स्थानीय मखाना अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञों के बीच प्राथमिक स्तर पर चर्चा हुई है. वेदर स्टेशन परियोजना स्थानीय कृषि और पर्यावरणीय जरूरतों को पूरा करने के साथ मौसम संबंधी सटीक जानकारी उपलब्ध कराएगी. दो दिन पूर्व भारत मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आनंद शंकर मखाना अनुसंधान केंद्र पहुंचे थे. वहां वरीय वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार के साथ ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन पर विस्तार से उनकी चर्चा हुई. दोनों विशेषज्ञों ने विभिन्न तकनीकी और व्यावहारिक पहलू पर विमर्श किया.
संभावित लोकेशन, तकनीकी उपकरण और संचालन के संसाधनों पर हुई चर्चा
बैठक में स्टेशन के संभावित लोकेशन, तकनीकी उपकरणों की आवश्यकता और संचालन के लिए आवश्यक संसाधनों पर चर्चा की गई. बताया गया कि ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन की स्थापना किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए वरदान साबित हो सकता है.फसलों की बुआई, सिंचाई और कटाई के समय का सही अनुमान लगाने में मिलेगी मदद
स्टेशन से तुरंत व सटीक मौसम की जानकारी मिलेगी. इससे किसानों को फसलों की योजना बनाने, बुआई, सिंचाई और कटाई के समय का सही अनुमान लगाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा क्षेत्र में बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व सूचना मिलने से नुकसान कम किया जा सकेगा. इसके जरिए न केवल स्थानीय स्तर पर मौसम का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी मौसम पूर्वानुमान के लिए यह उपयोगी होगा.कृषि और जलवायु अनुसंधान के क्षेत्र में मिलेगी नयी दिशा
दरभंगा तथा आसपास गेहूं, धान तथा मखाना आदि की खेती प्रमुख रूप से की जाती है. ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन पारंपरिक कृषि को तकनीकी सहायता देगा. कृषि और जलवायु अनुसंधान में नयी दिशा मिलेगी. इलाका पर्यावरणीय तकनीकी रूप से सशक्त और सुरक्षित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है