कर्पूरी चौक पर सड़क के दोनों किनारे अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ चला बुल्डोजर
कर्पूरी चौक पर शनिवार को नगर निगम प्रशासन ने अतिक्रमणमुक्त अभियान चलाया.
दरभंगा. कर्पूरी चौक पर शनिवार को नगर निगम प्रशासन ने अतिक्रमणमुक्त अभियान चलाया. अतिक्रमणकारियों के तीन ट्रैक्टर सामान जब्त कर लिये. भारी दुकानों को लगा स्थल पर अवैध रूप से काबिज लोगों से इसे मुक्त करने के लिए किरान की मदद ली गयी. कुछ लोहे के पाइप को सिमेंट से जाम कर चदरा की दुकान लगा स्थायी रूप में कब्जा कर रखा गया था. वेल्डिंग मशीन व कटर से ऐसे निर्माणों को काटकर हटाया गया. किसी ने ठेला को पेड़ से बांध रखा था, तो कोई बांस-बल्ले से दुकान तैयार कर सड़क को अतिक्रमित किये हुए था. चौक के दक्षिण दिशा जाने वाली सड़क के दोनों किनारे से अवैध कब्जाधारियों से सरकारी जमीन को निगम प्रशासन ने मुक्त कराया. इस क्रम में दो दर्जन से अधिक अतिक्रमणकारियों को हटाया गया. जब्त सामानों को कमला नेहरू लाइब्रेरी में जमा कर दिया गया है. धावादल प्रभारी संतोष झा के नेतृत्व में स्थल को कब्जा मुक्त कराया गया. धावादल व बेंता थाना की पुलिस बल को देख अवैध कब्जाधारियों ने खुद सामान समेटना शुरू कर दिया. इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. कार्रवाई देखने के लिए लोगों की भीड़ के बीच रह-रहकर सड़क जाम भी लगता रहा. पुलिस अतिक्रमण हटाने में मदद करने के साथ आवागमन सुचारू रखने का प्रयास करती दिखे. बता दें कि नाला व सड़क के किनारे फुटपाथी दुकानदारों के कब्जा से राहगीर का हाल बेहाल होता जा रहा है. नित्य खाने-पीने से लेकर कपड़े आदि तक की दुकानों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है. शाम ढलते ही मेले सा नजारा बन जाता है. वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इधर डीएम राजीव रोशन ने सड़क के दोनों ओर के स्थल को खाली कराने का आदेश निगम प्रशासन को दिया था. नगर आयुक्त कुमार गौरव के निर्देश पर सोमवार को माइकिंग करा स्थल करने के लिए कहा गया था. स्थल खाली नहीं करने पर नगर आयुक्त के आदेश व प्रभारी राजा राम के निर्देश पर कार्रवाई की गई. कार्रवाई में अनिल झा, विजय कुमार, शत्रुघ्न सहनी, संतोष राय, मो. फैजल आदि शामिल थे. उल्लेखनीय है कि शहर की सबसे बड़ी समस्या सड़क जाम व जलजमाव है. इसका प्रमुख कारण अतिक्रमण है. इसके लिए यूं तो समय-समय पर अभियान चलता रहता है, लेकिन अभियान चलाकर प्रशासन के निश्चिंत होने की परंपरा को देख अधिकांश अतिक्रमणकारी अभियान समाप्त होने के साथ धीरे-धीरे फिर से काबिज हो जाते हैं. इसका प्रमाण आयकर चौक, जीएम रोड आदि स्थलाें पर दिख रहा है, जहां चंद दिन पहले ही निगम प्रशासन ने अभियान चलाया था.