केवटी. प्रखंड के दिघियार गांव के पासवान टोला में उमेश पासवान सहित उनके भाई देबू पासवान व सुरेश पासवान के घर मातम छा गया है. जानकारी मिलते ही मृतका कंचन देवी के ससुराल पक्ष के लोग शुक्रवार की अहले सुबह ही अलीनगर के अंटौर के लिए निकल गये. घर में चूल्हा नहीं जला. बता दें कि अंटौर गांव में शादी समारोह में हुई आगलगी की घटना में उमेश पासवान की पत्नी कंचन देवी, पुत्री साक्षी कुमारी व पुत्र आयुषक कुमार व सुंधाशु कुमार मौत हो गयी. एक झटके में उमेश की पूरी दुनिया उजड़ गयी. घटना की जानकारी मोबाइल से पंजाब में मिलते ही उसके होश उड़ गये. वह अपने ससुराल के लिए विदा हो गया. उमेश पासवान जब 10 वर्ष का था तो उसी समय उसके पिता रामचंद्र पासवान की मृत्यु हो गई. इसके दो वर्ष बाद मां गुललो देवी का साया भी सिर से छिन गया. नाबालिग अवस्था में माता-पिता को खोने के बाद रोजी-रोटी के लिए उमेश पंजाब चला गया. वहां मजदूरी करने लगा. बालिग होने पर उसकी शादी अलीनगर के अंटौर गांव में कंचन देवी के साथ हुई. शादी के सात वर्ष में तीनों बच्चों ने उसके ससुराल में जन्म लिया. पंजाब से उमेश पासवान अपने घर दिघियार आने पर पत्नी व बच्चों को यहां लाता था. वापस काम पर लौटने के समय फिर सबको अपने ससुराल में छोड़ आता था. बताया जाता है कि गरीबी के कारण घर नहीं बना पाने से परिवार को अपने गांव में वह नहीं रख रहा था.
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