बारिश के बाद किसानों में खुशी, सड़क पर जलजमाव से लोग परेशान
बारिश ने एक बार फिर नगर परिषद के जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की हकीकत को उजागर कर दिया है.
बेनीपुर. बारिश ने एक बार फिर नगर परिषद के जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की हकीकत को उजागर कर दिया है. बरसात से पूर्व ही बुधवार की रात हुई बारिश से जहां क्षेत्र के किसानों में प्रसन्नता है, वहीं नगरवासियों के लिए आफत साबित हो रहा है. नगर परिषद के विभिन्न वार्डों में निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हल्की बारिश में ही विभिन्न वार्डों की सड़कों पर जल जमाव का नजारा दिखने लगा है. सबसे बदतर स्थिति वार्ड 22 आशापुर से पौरी जाने वाली मुख्य सड़क की है. इसमें मुख्य पार्षद के घर के निकट ही सड़क टूट जाने तथा पानी की निकासी के लिए नाला नहीं होने के कारण हल्की बारिश में भी जलजमाव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है. वार्ड के लोगों ने बताया कि नगर परिषद गठन को एक दशक से अधिक बीत जाने के बावजूद इस मोहल्ले के लोगों को जलजमाव जैसी समस्या से निजात नहीं मिल सका. मुख्य पार्षद का घर भी इसी वार्ड में है. उनके मुख्य पार्षद बनने पर वार्ड की समुचित विकास की आस लोगों में जगी थी, लेकिन उनके घर के निकट ही जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क पर पूर्व की भांति जलजमाव है. इसके निदान के नाम पर मुख्य पार्षद की पहल पर कुछ दिन पूर्व नगर परिषद द्वारा ढलाई सड़क को राबिश से भरकर ऊंचा कर दिया गया था. इससे कुछ दिनों के लिए लोगों को तो राहत जरूर मिली, लेकिन इसका स्थायी निदान नहीं होने के कारण पुन: हल्की बारिश में ही सड़क पर पानी जमा होने लगा है. यह सड़क कई वार्डों को नगर व अनुमंडल मुख्यालय से जोड़ती है. लोगों ने बताया कि यह अति महत्वपूर्ण सड़क होने के बावजूद नगर प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में पूछने पर वार्ड पार्षद चंदा चौधरी ने कहा कि वहां नाला निर्माण की अति आवश्यकता है. साथ ही सड़क भी धंस गया है. उसकी भी मरम्मत की आवश्यकता है. इसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी को लिखा गया तो पूर्व में राबिश व रोड़ा देकर सड़क को ऊंचा कर दिया गया, लेकिन पुनः वह धंस गया है. आगामी बरसात से पूर्व इसका स्थायी निदान करने की मांग की गयी है. इसके अलावा वार्ड छह, 20, तीन सहित नगर मुख्यालय के भी कई सड़क पर जलजमाव से लोग परेशान दिख रहे हैं. इधर बेमौसम बारिश से ग्रामीण क्षेत्र के किसानों में खुशी है. किसानों का मानना है कि इस बारिश से जहां मक्का, ईख, मूंग की फसल को काफी फायदा हुआ है, वहीं भू-गर्भीय जलस्तर में वृद्धि होगी. किसान आगामी खरीफ फसल धान के बिचड़े गिराने की तैयारी में जुट गये हैं.
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