शराब तस्करी को प्रश्रय देने के लिए बहादुरपुर थानाध्यक्ष व चौकीदार निलंबित
गोढ़िया गांव में देसी शराब बनाने व बेचने के मामले में जांच रिपोर्ट आते ही थानाध्यक्ष व चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.
बहादुरपुर. गोढ़िया गांव में देसी शराब बनाने व बेचने के मामले में जांच रिपोर्ट आते ही थानाध्यक्ष व चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है. एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने में असफल होने के कारण फेकला थानाध्यक्ष तृषा सैनी व चौकीदार विशुनदेव यादव को निलंबित कर दिया है. एसएसपी ने बताया कि फेकला थानाध्यक्ष के द्वारा समर्पित प्रतिवेदन के आधार पर चौकीदार को निलंबित किया गया. उन्होंने बताया कि चौकीदार को गोढ़िया घाट व पिंगी से संबंधित दैनिकी कार्य आवंटित किया गया था. क्षेत्र में शराबबंदी कानून को लागू कराने की हिदायत दी जाती थी, परंतु चौकीदार द्वारा किसी प्रकार की स्थानीय व अन्य सूचना नहीं दी जाती थी. इस कारण 23 जून को ग्रामिणों द्वारा गोढ़िया घाट में काफी मात्रा में देसी शराब बनाने में प्रयुक्त गुड़ व छोआ की बरामदगी की गयी. एसएसपी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा फेकला थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया गया था कि पुरनदाही पोखर के निकट अर्द्धनिर्मित शराब को अभिरक्षा में रखी गयी थी. थानाध्यक्ष को बार-बार सूचना देने के बावजूद थाना स्तर से कोई उचित कार्रवाई नहीं की गयी. वायरल वीडियो के आधार पर एसडीपीओ को जांचकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था. एसडीपीओ के द्वारा निष्पक्ष जांच रिपोर्ट दी गयी. समर्पित प्रतिवेदन के आलोक में फेकला थानाध्यक्ष तृषा सैनी को निलंबित कर पुलिस केंद्र दरभंगा में योगदान देने का आदेश दिया गया है. वहीं बिरौल की पुअनि पूजा कुमारी को तत्काल प्रभाव से फेकला थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित किया गया है. उन्हें शीघ्र नये पदस्थापन स्थान पर योगदान करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि बरुआरा पंचायत में चुलाई बनाने वाले सामग्री को ध्वस्त करने व उठाने के लिए पहुंची पुलिस को देखते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर विरोध करते हुए हो-हंगामा शुरू कर दिया. आक्रोशित लोगों ने स्थानीय चौकीदार की जमकर पिटाई कर दी. साथ ही थानाध्यक्ष से भी अभद्र व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की शुरू कर दी. बहादुरपुर, सोनकी, पतोर थाना की पुलिस व बगल के मुखिया की तत्परता से आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया. बता दें कि बरुआरा पंचायत में चुलाई बनाने वाले सामग्री को ध्वस्त करने व उठाने के लिए पहुंची पुलिस को देखते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर विरोध करते हुए हो-हंगामा शुरू कर दिया. आक्रोशित लोगों ने स्थानीय चौकीदार की जमकर पिटाई कर दी. साथ ही थानाध्यक्ष से भी अभद्र व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की शुरू कर दी. बहादुरपुर, सोनकी, पतोर थाना की पुलिस व बगल के मुखिया की तत्परता से आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया.
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