Darbhanga News:दरभंगा. दरभंगा-सकरी रेल खंड के काकरघाटी तथा दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के शीशो हॉल्ट को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित एवं महत्वाकांक्षी बाइपास रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. पटरी बिछा दी गयी है. जरूरी तकनीकी सुविधाएं बहाल कर दी गयी है. दरभंगा हॉल्ट के नाम पर एक छोटा सा प्लेटफार्म भी बना दिया गया है. अब इसपर परिचालन शुरू करने की कवायद तेज हो गयी है. शनिवार को इस रेल खंड पर स्पीडी ट्रायल लिया जायेगा. ट्रायल सफल होने के बाद सीआरएस निरीक्षण होगा. तत्पश्चात परिचालन आरंभ कर दिया जायेगा. यह रेल खंड आने वाले समय में काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है.
सुबह नौ बजे हो सकता स्पीडी ट्रायल
बाइपास रेल लाइन पर काकरघाटी से शीशो तक शनिवार को स्पीडी ट्रायल लिया जायेगा. विभागीय सूत्रों की मानें तो सुबह नौ बजे इसके लिए समय निर्धारित किया गया है. अभियंताओं की टीम इसका मुआयना करेगी. बताया जाता है कि सिर्फ इंजन से ट्रायल होगा. 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रायल लिये जाने की बात कही जा रही है. रेल प्रशासन ने एहतियातन लोगों से रेल पटरी से दूर करने का आग्रह किया है.
होना था दोहरीकरण, बना सिंगल लाइन
महत्वाकांक्षी बाइपास रेल लाइन निर्माण की स्वीकृति 2018-19 के रेल बजट में प्रदान की गयी थी. 7.64 किमी लंबी इस रेल लाइन के निर्माण पर उस समय 12.50 करोड़ खर्च का अनुमान था. उस समय डबल लाइन बनाये जाने की बात कही गयी थी, लेकिन सिंगल लाइन का ही निर्माण किया गया है और उसीपर परिचालन बहाल करने की तैयारी में रेल प्रशासन है. कब और किस स्तर से दोहरीकरण की जगह सिंगल लाइन निर्माण का फैसला लिया गया, यह स्थानीय स्तर पर कोई बताने की स्थिति में नहीं है.पूर्वोत्तर के राज्यों का होगा मुख्य रेल लाइन
बाइपास रेल लाइन का निर्माण हो जाने से आने वाले समय में यह पूर्वोत्तर के राज्यों का मुख्य रेल लाइन हो जायेगा. देश की सीमा से यह खंड जोड़ देगा. स्वाभाविक रूप से ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी. जिसका लाभ क्षेत्र के यात्रियों को भी मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है