दरभंगा व लहेरियासराय में बनेंगे दो-दो ट्रांसफर स्टेशन
अब वाहन चालक कचरा लेकर सीधे डपिंग स्थल पर नहीं जाएंगे.
संतोष कुमार मंडल, दरभंगा. अब वाहन चालक कचरा लेकर सीधे डपिंग स्थल पर नहीं जाएंगे. जमा कचरे को कंप्रेश करने के बाद रात में लोडर डपिंग ग्राउंड पर डंप किया जायेगा. दिन में कचरा लदे वाहनों की डंपिंग स्थल तक दौड़ पर लगाम लगेगा. भीड़ वाले इलाकों से वाहन पर लदे कचरों से उठते दुर्गंध से लोगों को राहत मिलेगी. कचरा वाहनों के सड़क पर दिन में दौड़ लगाने के कारण लगनेवाले जाम से निजात मिलेगी. चालकों की मनमानी पर भी रोक लग सकेगी. निगम प्रशासन ने इस दिशा में पहल की है. इसके लिए निगम प्रशासन ने दो पोर्टेबल कांपेक्टर की खरीद की है. जमा कचरे को कंप्रेश करने के लिए चार ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण किया जायेगा. इस दिशा में भी जल्द ही काम शुरू करने की संभावना जताई जा रही है. नगर निगम ने दो सेट पोर्टेबल 2.60 करोड़ रुपये में जेम पोर्टल से क्रय किया है. एक सेट में एक हुक लोडर गाड़ी व दो कांपेक्टर हैं. एक सेट की कीमत 1.30 करोड़ रुपये बतायी जा रही है. शहर के विभिन्न भागों से कचरा लेकर गाड़ी ट्रांसफर स्टेशन पहुंचेगा. लोडर उस कचरे को एक कांपेक्टर में डाल लीचेट प्रोसेस के लिए छोड़ देगा. कचरा को मशीन से कंप्रेश कर पानी बाहर निकाल देगा. बचे अपशिष्ट को हुक लोडर की मदद से डंपिंग स्थल ले जाकर डंप कर देगा. दूसरी ओर डंपिंग ग्राउंड पर कूड़ा का ढेर न बने, इसे लेकर 58.50 लाख रुपये में क्रय कर एक पोकलेन लगाया है. लहेरियासराय व कादिराबाद में दो-दो ट्रांसफर स्टेशन के लिए स्थल चिन्हित कर लिया गया है. पोर्टेबल कांपेक्टर के इस्तेमाल से इर्धंन में हो रहे खर्च में कमी आएगी. डपिंग ग्राउंड तक वाहनों के लगतार फेरा पर लगाम लग सकेगा. इससे जाम नहीं लगेगा. नगर आयुक्त कुमार गौरव ने बताया कि ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण जल्द शुरू होगा. कचरा संग्रह कर सभी गाड़ियां ट्रांसफर स्टेशन पहुंचेंगी. रिड्यूस करने के बाद कूड़ा वन थर्ड हो जायेगा. कांपेक्टर उस कचरा को रात में डंपिंग ग्राउंड ले जाकर डंप कर देगा. इससे बड़ी गाड़ियों का चलना कम हो जायेगा. जाम की समस्या में यह मददगार होगा. तेल की खफत भी कम होगी.
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