रबी कार्यशाला में नहीं पहुंचे एक भी कृषि वैज्ञानिक, बीएओ ने योजनाओं की दी जानकारी
रबी महा अभियान के तहत शुक्रवार को कृषि भवन में रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन हुआ.
बेनीपुर. रबी महा अभियान के तहत शुक्रवार को कृषि भवन में रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन हुआ. उद्घाटन बीएओ सूरज कुमार, नवादा के पंसस अरुण सहनी, सझुआर के दीपक कुमार मंडल व शिवराम के मुखिया शत्रुघ्न महतो ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस दौरान कृषि अधिकारियों ने किसानों को रबी फसल के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी. वहीं, कार्यशाला में एक भी कृषि वैज्ञानिक व अनुमंडल कृषि पदाधिकारी नगमा की उपस्थिति नहीं होने पर किसानों ने नाराजगी जताते हुए कार्यशाला के औचित्य पर ही सवाल खड़ा कर दिया. किसानों का कहना था कि कार्यशाला का आयोजन वैज्ञानिक तरीके से रबी की खेती के लिए किसानों को कुशल कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नई तकनीकी की जानकारी देने के लिए किया जा रहा है, लेकिन गत कई कार्यशाला का संचालन बगैर कृषि वैज्ञानिक के ही हो रहा है. इस दौरान बीएओ ने किसानो को पंक्ति में शक्ति के आधार पर जीरो टिलेज के माध्यम से गेहूं की बोआई करने की सलाह दी. कहा कि जीरो टिलेज विधि से गेहूं की बोआई करने से कम लागत में अच्छी उपज होती है. सरकारी स्तर पर अनुदानित बीज व कृषि यंत्र के बारे में भी बताते हुए कहा कि वर्तमान में अनुदानित दर पर मसूर का बीज उपलब्ध है. किसान रजिस्ट्रेशन के आधार पर ऑनलाइन आवेदन कर किसान भवन से अनुदानित बीज प्राप्त कर सकते हैं. मौके पर कृषि समन्वयक पंकज कुमार ने किसानों को मिट्टी जांच व बीज उपचार की जानकारी दी. इधर कई किसानों ने गेहूं की बोआई का समय आ जाने के बावजूद बाजार में डीएपी की अनुपलब्धता पर रोष जताया. किसानों ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस साल भी गेहूं की बोआई आते ही खाद विक्रेताओं द्वारा डीएपी का कृत्रिम अभाव कर दिया गया है. इसपर बीएओ ने कहा कि बाजार में डीएपी की अनुपलब्धता तो है, लेकिन मिक्सचर की कोई कमी नहीं है. किसान मिक्सचर खाद का उपयोग करें. इससे अच्छी पैदावार होगी. इस दौरान किसान समन्वयक मिहिर कुमार, कुंदन कांति, राजेश कुमार, किसान सलाहकार वरुण प्रसाद, विनय कुमार, अजित कुमार अमर आदि मौजूद थे.
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