बेनीपुर. बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जहां डीएम अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारी की समीक्षा में जुटे हैं, वहीं बेनीपुर अंचल प्रशासन इन सबसे बेफिक्र नजर आ रहा है. इसका नमूना पूर्व विधायक सह एमएलसी सुनील चौधरी के ऐच्छिक कोष से दिये गये दर्जनों नाव रख-रखाव के अभाव में खुले आसमान के नीचे धूप में बर्बाद हो रहे हैं. विदित हो कि पूर्व विधायक सुनील चौधरी ने अपने कार्यकाल में बाढ़ आने पर क्षेत्र में लोगों में नाव के लिए मची अफरा-तफरी को देखते हुए विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में सौ नाव उपलब्ध कराये थे. इसमें बेनीपुर प्रखंड को सर्वाधिक 54 नाव मिले थे, ताकि बाढ़ आने पर प्रभावित पीड़ितों को ऊंचे स्थान तक पहुंचाया जा सके. साथ ही नाव के सहारे आवागमन की सुविधा बहाल रहे. बाढ़ आने पर इस नाव को बेनीपुर ही नहीं, बल्कि जिला के अन्य अंचल में भी बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए भेजा जाता है. वहीं वर्तमान में अंचल प्रशासन की उदासीनता के कारण दर्जन भर से अधिक नाव अंचल परिसर में खुले आसमान के नीचे धूप में बर्बाद हो रही हैं, जबकि नाव को सुरक्षित किसी तालाब में रखने का प्रावधान है. इधर, अंचल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक द्वारा दिये गये 54 नाव में 10 क्षतिग्रस्त हैं. लगभग डेढ़ दर्जन नाव अंचल कार्यालय परिसर में बर्बाद हो रही हैं. हालांकि अंचल प्रशासन द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी पूरी कर लेने का दावा जरूर किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार अंचल प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों को उंचे शरण स्थली, राहत भंडारण स्थल का चयन कर लिया गया है. बाढ़ पूर्व प्रभावित लोगों की सूची संधारण का कार्य भी चल रहा है, लेकिन अंचल परिसर में पड़े क्षतिग्रस्त नाव की मरम्मत शुरू नहीं की जा सकी है. अंचलाधिकारी अश्विनी कुमार ने कहा कि बाढ़ पूर्व सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. क्षतिग्रस्त नावों की मरम्मत सोमवार से करायी जायेगी. यहां 54 नाव हैं, जिसमें 10 क्षतिग्रस्त हैं. 16 नाव अंचल कार्यालय परिसर में हैं. वहीं शेष नाव बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के अधीन तालाब में रखी गयी हैं. उसमें से जो क्षतिग्रस्त हो गयी होगी, उसकी मरम्मत करा दी जायेगी.
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