खंडहर में तब्दील होता जा रहा है छह दशक पूर्व बना बेनीपुर प्रखंड भवन
छह दशक पूर्व बना बेनीपुर प्रखंड भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. अधिकारी व कर्मी इसी खंडहरनुमा भवन में ही काम करने को मजबूर है
बेनीपुर. छह दशक पूर्व बना बेनीपुर प्रखंड भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. अधिकारी व कर्मी इसी खंडहरनुमा भवन में ही काम करने को मजबूर है. वहीं सरकार ने सभी प्रखंड कार्यालय को मॉडल भवन देने की घोषणा कर रखी है, लेकिन इसके निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है. स्थापना काल से ही पर्याप्त जमीन रहने के वाबजुद यहां अभी तक मॉडल भवन नहीं बना. वर्ष 1962 में 33 पंचायत से बेनीपुर प्रखंड का गठन हुआ. इसके पांच साल बाद राज दरभंगा से पांच एकड़ 78 डिसमिल भूखंड अधिग्रहण कर 1967 में इसे अपना भवन मिला. उसी समय से आज तक प्रखंड कार्यालय, प्रमुख कक्ष सहित अन्य विभाग उसी भवन में चल रहा है. भवन इतना जर्जर हो चुका है कि यह कभी भी धराशायी हो सकता है. कई कमरों में छत गिर रहा है. बरसात में छत से रिसाव होने के कारण सरकारी संचिका को भी सुरक्षित रखना भी परेशानी का सबब बन जाता है. हालांकि इसकी मरम्मति के नाम पर साल दो साल पर लाखों रुपये की सरकारी राशि का खख्र् कर दिया जाता है. इसके बावजूद उसे अपना मॉडल भवन नसीब नहीं हुआ.है. इस भवन के खिड़की-कीवाड़ जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. कर्मी व अधिकारी के बैठने के लिए सही से जगह नहीं मिल रहा है. इसी भवन के एक छोटे कमरे में प्रमुख व उपप्रमुख का प्रकोष्ठ बनाया गया है. कई कर्मियों ने टूटते छत व टूटी खिड़की दिखाते हुए बताया कि कभी भी यह धराशायी हो सकता है. कभी भी इसके टूकड़े किसी अधिकारी व कर्मी के सिर पर गिर सकता है. दबे जुबान में कई कर्मियों ने बताया कि इसी भवन में प्रमुख का भी चैंबर है, जिसे उन्होंने अति आधुनिक सुविधा से लैस कर रखा है. वहीं हम कर्मी व अधिकारियों की सुरक्षा पर किसी का ध्यान ही नहीं है. लोग इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को दोषी बता रहे हैं. स्थानीय बुजुर्ग जीवनाथ झा, महेंद्र नारायण झा, सुरेंद्र झा आदि ने बताया कि इसी प्रखंड से काटकर 1992 में 11 पंचायत के बने अलीनगर प्रखंड के लिए मॉडल भवन बनकर तैयार हो गया, जिसमें प्रखंड सह अंचल कार्यालय का काम संचालित हो रहा है. वहीं बेनीपुर प्रखंड कार्यालय आज भी छह दशक पूर्व बने जर्जर भवन में ही संचालित हो रहा है, जबकि इसके पास अपना पर्याप्त भूमि भी उपलब्ध है. स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की उदासीनता के कारण इसे अपना मॉडल भवन नहीं मिल पा रहा है. यही हालत अंचल कार्यालय का भी है. इसकी स्थापना 1954 में हुई थी. इसे आजतक अपना भवन नसीब नहीं हुआ है. अंचल कार्यालय अपनी स्थापना काल से ही राज दरभंगा के तहसील भवन में चल रहा है. इसका कुछ हिस्सा का कमरा छत सहित ध्वस्त हो चुका है, फिर भी कर्मी को वहीं बैठकर काम करना मजबूरी बना हुआ है. मालूम हो कि 19 मई 1992 को बेनीपुर प्रखंड से 11 पंचायत को काटकर अलीनगर प्रखंड का गठन किया गया. उसके बाद प्रखंड के पास 22 पंचायत रह गये. वहीं वर्ष 2010 में छह पंचायत को नगर परिषद का दर्जा दे दिया गया. वर्तमान में इस प्रखंड में 16 पंचायत हैं. पूछने पर विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि बेनीपुर को भी शीघ्र अपना मॉडल भवन उपलब्ध करा दिया जायेगा. इसके लिए स्थल चयन कर लिया गया है. चुनाव आचार संहिता के कारण इसकी स्वीकृत नहीं हुई है. राशि उपलब्ध नहीं हो सकी है. आचार संहिता समाप्त होते ही मॉडल भवन निर्माण की दिशा में पहल प्रारंभ कर दी जायेगी.
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