बेनीपुर. पुराने नियम के अनुसार भूमि निबंधन कार्य गत 20 मई से प्रारंभ होने के बाद से बहेड़ा भू-निबंधन कार्यालय क्रेता-विक्रेताओं से गुलजार रहने लगा है. वहीं इस भीड़ का फायदा वहां कार्यरत कातिब उठा रहे हैं. कार्यालय कर्मी की कथित मिलीभगत से कातिब विभिन्न बहाना बनाकर क्रेताओं का आर्थिक शोषण कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार पुराने नियम के आधार पर न्यायालय द्वारा सितंबर तक ही जमीन रजिस्ट्री का आदेश दिया गया है. इस कारण जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए प्रतिदिन यहां क्रेता-विक्रेताओं की भीड़ सुबह से ही जुटने लगती हैं. वहीं भीड़ को देखते हुए कातिबों द्वारा तत्काल सुविधा शुल्क, जमीन का भौतिक सत्यापन समेत अन्य बातें कहकर क्रेताओं से अवैध वसूली की जा रही है. शुक्रवार को एक क्रेता ने बताया कि कातिब के अनुसार अधिक भीड़ होने के कारण एक दिन में मात्र 80 कागज का निबंधन पदाधिकारी द्वारा किया जाता है, जो आज पूरा हो गया है. आपको आज ही निबंधन कराना है तो इसके लिए अलग से 25 सौ रुपये कार्यालय में लगेगा. निर्धारित रुपया जमा करने के बाद ही जमीन की रजिस्ट्री हो सकी. हालांकि निबंधन कार्यालय के कर्मियों ने इस बात से इनकार करते हुए बताया कि इस तरह का कोई आदेश कार्यालय से निर्गत नहीं किया गया है. शुक्रवार को भी 125 लोगों की जमीन की रजिस्ट्री हुई है. इतना ही नहीं, राजस्व की चोरी रोकने व राजस्व की बढ़ोतरी को लेकर सरकार ने नगर परिषद सहित सभी प्रखंड के कुछ मौजाें की जमीन निबंधन से पूर्व जांच के दायरे में रख दी है. नियमानुसार जिन पंचायत को जांच के दायरा में रखा गया है, वहां रजिस्ट्रार द्वारा स्थल जांच के बाद ही निबंधन करने का आदेश है. इस जांच के लिए कार्यालय कर्मियों को भेजा जाता है. इसके नाम पर भी प्रति जांच दो हजार की वसूल की जाती है. यह सब भुगतान क्रेता को ही करना पड़ता है. इस संबंध में भू-निबंधन अधिकारी सुहैल अख्तर ने इस तरह की गड़बड़ी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह की शिकायत अभी तक नहीं मिली है. जमीन रजिस्ट्री के लिए जितने लोग आ रहे हैं, उनका उसी दिन निबंधन हो रहा है. इस तरह की शिकायत मिलने पर संबंधित कातिब पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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