दरभंगा : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की ओर से लगातार राहत व बचाव कार्य चलाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन शाखा प्रभारी के अनुसार जिला के 14 प्रखंडों के कुल 154 पंचायत बाढ़ प्रभावित है. इसमें 105 पंचायत पूर्णतः एवं 49 पंचायत अंशतः प्रभावित है. कुल 502 गांव के 11 लाख 74 हजार 320 लाख परिवार अबतक बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. अधिकारी के अनुसार सभी प्रभावित स्थानों पर सामुदायिक रसोई चलाकर प्रभावित व्यक्तियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी है. 387 जगहों पर सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है. इसमें एक लाख 26 हजार 63 व्यक्ति सुबह-शाम भोजन कर रहे हैं. अभी तक 18308 पॉलिथीन शीट का वितरण किया जा चुका है. बता दें कि कल रविवार तक जिला में 12 प्रखंडों के कुल 135 पंचायत बाढ़ प्रभावित बताये गये थे. इसमें 88 पंचायत पूर्णतः एवं 47 पंचायत अंशतः प्रभावित था. 467 गांव के 245305 परिवार के बाढ प्रभावित होने की जानकारी दी गयी थी. साथ ही 293 सामुदायिक रसोई में 76 हजार 206 लोगों के सुबह- शाम भोजन करने की बात बतायी गयी थी.
प्रशासन द्वारा सोमवार को उपलब्ध करायी गयी जानकारी के अनुसार वैसे बाढ़ग्रस्त क्षेत्र जहां सूखा एवं ऊंचा स्थान नहीं मिलने के कारण सामुदायिक रसोई का संचालन नहीं हो सकता है, वहां सूखा खाद्य पैकेट का वितरण करवाया जा रहा है. आज 6060 सूखा फ़ूड पैकेट का वितरण करवाया गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन एवं राहत कार्यों के लिए 295 निजी नाव एवं 40 सरकारी नाव कुल 335 नाव चलवाये जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की तीन टीमें लगायी गयी है. बहादुरपुर, केवटी, किरतपुर, गौड़ाबौराम, कुशेश्वरस्थान पूर्वी एवं हनुमाननगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गयी तथा उन्हें निःशुल्क दवाएं मुहैया करायी गयी. विभिन्न अंचलों के बाढ़ प्रभावित ग्रामों में शरण लिए पशुओं के लिए पशुपालन विभाग द्वारा पशु चारा उपलब्ध करायी गयी.
अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी एवं जिला भू अर्जन पदाधिकारी अजय कुमार ने बहादुरपुर अंचल के बसंतपुर पंचायत के कोकट ग्राम के बाढ़ प्रभावित वार्ड 4, 11, 12 व 13 तथा मध्य विद्यालय कोकट, प्रावि मधुबन, प्रावि पनसिहा व जोगियारा दक्षिणवारी टोल ब्रह्मोत्तर के समुदायिक भवन आदि जगहों में चल रहे सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया.
posted by ashish jha