दरभंगा : जिले के दो अलग अलग जगहों पर बागमती के तटबंध टूटने की खबर है. केवटी प्रखंड स्थित पिंडारूछ पंचायत के मोहनमठ के समीप बागमती नदी का पूर्वी जमींदारी बांध मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे टूट गया. वहीं मब्बी में बागमती नदी के सुरक्षा तटबंध मंगलवार की रात करीब दो बजे लगभग तीस फीट में टूट गया. इससे काफी तेजी से पानी निकलने लगा है.
कमतौल से मिली सूचना के अनुसार केवटी प्रखंड स्थित पिंडारूछ पंचायत के मोहनमठ के समीप बागमती नदी का पूर्वी जमींदारी बांध मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे टूट गया. बांध के टूटते ही काफी तेजी से पानी गांव में फैलने लगा. वहीं पुल-पुलिया के रास्ते पानी निकलकर दूसरे गांव की ओर जाने लगा. बांध टूटने की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी. बुधवार की दोपहर करीब 12 बजे प्रशासन की ओर से नियुक्त संवेदक कटाव स्थल पर पहुंचा. कटाव स्थल से निकल रहे पानी को रोकने के प्रयास में जुट गया. इधर बांध टूटने की खबर मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत की सीमा में 20 दिन में तीन बार बांध टूट चुका है. 17 व 19 जुलाई को गोपालपुर में पश्चिमी बांध टूट गया था. उससे निकल रहा पानी लोगों को परेशान कर ही रहा था कि मंगलवार की देर रात पूर्वी बांध करीब 10-15 फीट में टूट गया. यह पानी पिंडारूछ समेत कई अन्य गांवों के लोगों की परेशानी को बढ़ाने लगा है. पंसस सीताकांत चौधरी, नवजीत चौधरी, शिवकांत झा आदि ने बताया कि पिंडारूछ पंचायत के लोग 20 दिन से पानी के बीच जीवन यापन कर रहे हैं. अभी और कितने दिन करना होगा, पता नहीं. बार-बार बांध टूटकर लोगों की परेशानी बढ़ा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2019 में गोपालपुर रेल लाइन से मोहनमठ बूढ़ा बाबा मंदिर तक इस बांध में नौ लाख 70 हजार की राशि खर्च कर सुरक्षात्मक कार्य किया गया था, फिर भी तीन बार तटबंध टूट चुका है.
मब्बी में बागमती नदी के सुरक्षा तटबंध मंगलवार की रात करीब दो बजे लगभग तीस फीट में टूट गया. इससे काफी तेजी से पानी निकलने लगा. रफ्तार इतनी तेज थी कि बुधवार की सुबह तक लगभग सौ घरों में पानी प्रवेश कर गया. लोग घर छोड़ ऊंचे स्थलों पर पलायन कर गये. कुछ लोग परिवार के साथ मकान के छत पर शरण लिए हुए हैं. मब्बी से रसलपुर जानेवाली मुख्य सड़क के पुरब जलमग्न होने लगा है. बांध टूटने की सूचना विभाग के कार्यपालक अभियंता को दी गयी. सूचना मिलते ही अभियंता ने मरम्मति के लिए स्थल पर ठेकेदार को भेजा. ठेकेदार ग्रामीणों के सहयोग से बांध मरम्मति कार्य शुरू कराया. कटाव स्थल पर बांस बल्ला व चदरा डालकर मिट्टी भरी बोरी से रिंग बनाया जाने लगा. बुधवार दोपहर तक उसे दुरुस्त करने में सफलता मिली.
इधर, केवटी प्रखंड के करजापट्टी पंचायत के बिरने में बुधवार को भी टूटे तटबंध से बड़ी तेजी में पानी निकल ही रहा है. यह पानी बिरने सहित कई अन्य गांव वालों की परेशानी को और बढ़ा रहा है. वहीं बड़की लाधा के ग्रामीणों ने मंगलवार को सामूहिक प्रयास कर 24 जुलाई से टूटे तटबंध से पानी का बहाव रोक दिया है. ग्रामीण उमाशंकर महतो, सुरेश महतो, अभय मंडल, शंकर महतो दिनेश महतो, अनिल महतो, उदय साह, दिनेश बैठा आदि ने बताया कि प्रशासन की ओर से पानी के बहाव को रोकने के लिए प्रयास शुरू होते नहीं देख ग्रामीणों ने मंगलवार को श्रमदान कर पानी के बहाव को रोक दिया.
बहेड़ी में करेह के उफान से लोगों भयाक्रांत हैं. स्थानीय लोग विभागीय कर्मियों के साथ बांध को बचाने में जुटे हैं. सिरसिया से सिरनिया करेह नदी के बाएं तटबंध पर सधोपुर, बरछिया, परोरिया, रुपौलिया, वोरज आदि जगहों पर बांध में रिसाव हो रहा है. जगह-जगह बांध में दरार भी पड़ने लगी हैं. इसे लेकर लोग चिंतित हैं. वहीं प्रशासन ने पिछले हफ्ते ही माइकिंग करा बरछिया व सधोपुर को अलर्ट घोषित कर लोगो को गांव से ऊंचे जगहों पर शिफ्ट कर दिया है. बांध प्रमंडल के सहायक अभियंता रमेश राम ने कहा कि लोगों के सहयोग से किसी तरह रिसाव स्थल को भरकर काबू में रखने का प्रयास जारी है. उन्होंने सधोपुर में रिसाव स्थल पर जियो फिल्टर के साथ एनइसी, पाइलिंग व प्लास्टिक पिचिंग का काम युद्धस्तर पर काम चलने की बात कही. कहा कि बांध की सुरक्षा को लेकर करीब एक दर्जन आंशिक स्थलों पर पाइलिंग का काम किया गया है. वही बुधवार की सुबह बरछिया में सुरेंद्र यादव के घर के निकट बांध में पड़ी दरार को लेकर लोग सुरक्षा को लेकर सक्रिय दिखे.
posted by ashish jha