Flood in Bihar : पेयजल, बिजली के लिए तरस रहे लोग, शवदाह के लिए नहीं बची यहां जगह
शुभंकरपुर पानी टंकी से हो रही पेयजल आपूर्ति भी मंगलवार से ठप हो गयी है. परिसर में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण इसे बंद कर दिया गया है. यहां तक की सतिहारा व भीगो स्थित मुक्तिधाम पानी में डूब जाने के कारण शव दाह के लिये परिजन को सूखी जगह नहीं मिल पा रही है.
दरभंगा : शहर से ग्रामीण क्षेत्र में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है. त्राहिमाम की स्थिति बन गयी है. लोगों को अपनी जान बचाने के लिये मश्क्कत करनी पड़ रही है. वीआइपी सड़क पर जगह-जगह पानी चढ़ गया है. रोजाना नये इलाके बाढ़ की चपेट में आ रहे हैं. धीरे-धीरे जलप्रलय की स्थिति बनती जा रही है. बाढ़ से जहां सैकड़ों लोग घर से बेघर हो गये हैं, वहीं दूसरी ओर प्यास बुझाने के लिये पानी नहीं मिल पा रहा है. चापाकल पहले ही डूब चुका है, अब वार्ड आठ व नौ को शुभंकरपुर पानी टंकी से हो रही पेयजल आपूर्ति भी मंगलवार से ठप हो गयी है. परिसर में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण इसे बंद कर दिया गया है.
सतिहारा व भीगो स्थित मुक्तिधाम भी पानी में डूबा
जलावन, साग-सब्जी, मवेशियों के लिये चारे का जुगाड़ करने के लिये पानी के बीच लंबी दूरी तय करने के लिये विस्थापित मजबूर हैं. शरण ले रखे स्थल तक पानी पहुंच जाने से पीड़ितों को वह जगह भी छोड़नी पड़ रही है. सुरक्षित नये स्थल की तलाश के लिये भटक रहे हैं. यहां तक की सतिहारा व भीगो स्थित मुक्तिधाम पानी में डूब जाने के कारण शव दाह के लिये परिजन को सूखी जगह नहीं मिल पा रही है. उपर से दोपहर में हुयी करीब दो घंटे मुसलाधार बारिश ने बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें और बढ़ा दी. हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है. स्थिति विकराल होती जा रही है. वार्ड एक, दो, तीन, छह, आठ, नौ, 13, 14, 20, 21, 23, 30, छपकी क्षेत्र में पानी का फैलना जारी है.
बारिश ने बढ़ायी समस्या
बागमती नदी पश्चिमी भाग को पहले ही डूबो रखा है. पूर्वी भाग में कही स्लूइस गेट तो कही मिट्टी भरे बोरी से बंद किये गये नदी के मुहाने से हो रहे रिसाव से पानी का प्रवेश हो रहा है. रही-सही कसर दोपहर में करीब 12.15 बजे से दो घंटे तक हुयी मुसलाधार बारिश ने बाढ़ पीड़ितों के साथ-साथ अन्य इलाके के आवासितों की मुसीबत बढ़ गयी है. वार्ड 20, 21 में स्लूइस गेट से पानी आने का क्रम जारी है. हजारीनाथ मंदिर घाट से पानी का रिसाव से रिहायशी इलाके में अबतक की स्थिति बनी हुयी है. वार्ड 30 पहले ही डूब चुका है. पानी बढ़ने का क्रम जारी रहने से मोहल्लावासी दहशत में है. एक, दो, तीन, आठ, नौ व 23 में पहले से ही बाढ़ तांडव मचा रखा है. 13, 14 तथा छपकी में पानी का निरंतर बढ़ते रहने से लोगों को परेशानी बढ़ना शुरु हो गया है.
दोनार उपकेंद्र में घुसा पानी, गंगवाड़ा ग्रिड भी बंद होने के कगार पर
इधर, शहरी क्षेत्र के दोनार उपकेंद्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. पीएसएस में करीब चार फीट पानी घुस जाने से एहतियातन शाम 6.15 बजे से बिजली आपूर्ति बंद कर दी गयी है. गंगवाड़ा ग्रिड भी कभी भी बंद हो सकता है. ऐसी स्थिति में शहर के आधा भाग में बिजली आपूर्ति ठप होने से घरों में पेयजल, मोबाइल चार्जिंग व बिजली संचालित उपकरण के बंद होने की आशंका बढ़ गयी है. हालांकि उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्त्ति जारी रखने के लिये विभाग वैकल्पिक व्यवस्था में जुट गया है. रामनगर ग्रिड से बिजली आपूर्ति की कोशिश की जा रही है. लहेरियासराय एइ सुधांशु कुमार व जेइ जयनेन्द्र कुमार ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत दोनार उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने की बात कही है. सूत्र बताते है कि गंगवाड़ा ग्रिड बंद होने की स्थिति में दोनार, बेला, एरिया बोर्ड, लक्ष्मीसागर पीएसएस की बिजली आपूर्ति ठप हो जायेगी. हालांकि दोनार उपकेंद्र में रामनगर ग्रिड से बैक फीड बिजली सप्लाइ के लिये हाल ही में कार्य हुआ था, लेकिन उपकेंद्र में पानी भरने से आपूर्ति सुचारु रखना मुश्किल है.
posted by ashish jha