Bihar News: डीएमसीएच के डॉक्टरों ने हाजत में बंद कैदी को पीटा, देखती रह गयी दरभंगा पुलिस
Bihar News: पुलिस ने डीएमसीएच के 30-40 अज्ञात जूनियर डॉक्टरों पर बेंता थाने के पुलिस अधिकारी के बयान पर एफआईआर दर्ज कराई है. इन लोगों पर कैदी वार्ड में तैनात पुलिसकर्मी से हाजत की चाबी जबरन छीनकर अंदर बंद मरीज के परिजन की जमकर पिटाई करने का आरोप है.
Bihar News: दरभंगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस से चाबी छीनकर कैदी वार्ड के हाजत में बंद एक कैदी की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान वहां तैनात सिपाही कैदी को बचाने का प्रयास करते रहे. इस पूरे मामले में पुलिस ने डीएमसीएच के 30-40 अज्ञात जूनियर डॉक्टरों पर बेंता थाने के पुलिस अधिकारी के बयान पर एफआईआर दर्ज कराई है. इन लोगों पर कैदी वार्ड में तैनात पुलिसकर्मी से हाजत की चाबी जबरन छीनकर अंदर बंद मरीज के परिजन की जमकर पिटाई करने का आरोप है. जूनियर डॉक्टरों पर पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की करने का भी आरोप है. कैदी वार्ड में मौजूद पुलिसकर्मियों का बयान दर्ज कर लिया गया है. पुलिस घटना की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
मरीज के इलाज में देरी को लेकर हुई थी मारपीट
इमरजेंसी विभाग में दो दिन पहले जूनियर डॉक्टरों और मरीज के परिजन के बीच विवाद होने पर वहां जमकर बवाल हुआ था. मोरो थाना क्षेत्र के पटोरी निवासी केशव मिश्रा अपनी जख्मी बहन स्वाति कुमारी को लेकर डीएमसीएच पहुंचे थे. स्वाति का दाहिना हाथ चारा काटनेवाली मशीन की चपेट मेंआकर बुरी तरह जख्मी हो गया था. बहन की गंभीर स्थिति देख केशव मिश्रा परीक्षण कक्ष से डॉक्टर कक्ष में चले गए और जूनियर डॉक्टर पर जल्द उपचार का दबाव देने लगे. इसी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं होने लगी. देखते ही देखते वह हाथापाई और मारपीट में बदल गई. युवक पर जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ जड़ने का आरोप है. थप्पड़बाजी के बाद आक्रोशित डॉक्टरों ने आपातकालीन वार्ड के सामने ही मरीज के परिजन को जमकर पिटाई कर दी. स्थिति को गंभीर होते देख इमरजेंसी विभाग में तैनात सुरक्षा गार्डों एवं बेंता थाने के कैदी वार्ड में मौजूद पुलिसकर्मी वहां पहुंचे. काफी मशक्कत से बेंता थाने की पुलिस ने युवक को उनके चंगुल से छुड़ाकर कैदी वार्ड के हाजत में बंद कर दिया था.
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पांच घंटे तक बंद का आपातकाल
आक्रोशित डॉक्टर इतने उग्र थे कि उसका पीछा करते हुए कैदी वार्ड पहुंच गए. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी से चाबी छीनकर उन लोगों ने हाजत का ताला खोल लिया. हाजत में बंद परिजन को बाहर निकालकर उसकी जमकर पिटाई की. इतने से भी जब वे संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने इमरजेंसी विभाग में मरीजों का इलाज बंद कर दिया. इमरजेंसी विभाग में इलाज ठप होने की सूचना मिलने पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा, डीएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डा. यूसी झा, निश्चेतना विभाग के अध्यक्ष डॉ. हरि दामोदर सिंह आदि वहां पहुंचे. काफी मान-मनौव्वल के बाद करीब पांच घंटे बाद दोबारा इलाज शुरू कराया गया जा सका था. सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा कि अब स्थिति सामान्य है. 30-40 अज्ञात जूनियर डॉक्टरों पर बेंता थाने के पुलिस अधिकारी के बयान पर एफआईआर दर्ज कराई है. मामले की जांच चल रही है.