दरभंगा. रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया, बिहार चैप्टर के त्रिदिवसीय छठे वार्षिक सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को डीएमसीएच सभागार में वैज्ञानिक सत्र में जीवनशैली और डायबिटीज, इंसुलिन और भ्रांतियां, हाइपोग्लाइसीमिया एक चैलेंज, शरीर के विभिन्न अंगों पर डायबिटीज का दुष्प्रभाव, यात्रा पर मरीजों के लिए उपाय, डायबिटीज मरीजों के पैरों की देखभाल, नई दावों के इस्तेमाल आदि पर चर्चा हुई. चेयरमैन डॉ अजय कुमार ने विचार रखे. सुबह डायबिटीज के प्रति जागरूक करने के लिए वाकिंग मैराथन के साथ विशेषज्ञों और आम जनता के बीच संवाद कार्यक्रम हुआ. मौके पर आयोजन समिति के संयोजक डॉ स्वेताभ वर्मा, वैज्ञानिक कमेटी के डॉ विजय कुमार व डॉ मिलिंद झा और रजिस्ट्रेशन कमेटी के संचालन के लिए डॉ देवार्घ कुमार को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया. इसी तरह रिसेप्शन कमेटी के डॉ भरत कुमार, आतिथ्य कमेटी के डॉ रितेश कमल व डॉ राजेश कुमार, स्मारिका कमेटी के डॉ ब्रजेश कुमार व स्टेज कमेटी के डॉ दीपक कुमार, डॉ सिद्धार्थ कुमार व डॉ अविलोक को सराहनीय अवदान के लिए सम्मनित किया गया. इससे पूर्व बीती रात अतिथियों के लिए रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन अध्यक्ष डॉ एससी झा ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विशेषज्ञों, चिकित्सकों, डायबिटीज से प्रभावित और सामान्य लोगों को इससे बचाव के प्रति जागरूक करने के साथ इस समस्या के सही उपचार की जानकारी दी गई. आयोजन सचिव डॉ मनीश कुमार प्रसाद ने अतिथियों, चिकित्सकों व छात्रों का आभार जताया. बिहार चैप्टर आरएसएसडीआइ की वार्षिक बैठक के पश्चात कार्यक्रम की समाप्ति हुई.
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