Darbhanga News: बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम से बच्चों में वैज्ञानिक सोच के साथ सृजनात्मक क्षमता का होता विकास

Darbhanga News:जिला स्तरीय बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम जिला स्कूल में शनिवार को हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2024 11:02 PM

Darbhanga News: दरभंगा. समग्र शिक्षा अभियान एवं साइंस फॉर सोसाइटी जिला इकाई के संयुक्त तत्वाधान में जिला स्तरीय बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम जिला स्कूल में शनिवार को हुआ. कार्यक्रम मानवीय गतिविधि का हमारे पर्यावरण पर प्रभाव विषय पर आधारित था. इसमें जिले के वर्ग 07 से बारहवीं तक के छात्र छात्राओं ने अपने शोध पत्र को मॉडल, चार्ट, फोटो आदि के साथ प्रस्तुत किया. शैक्षिक समन्वयक प्रो. शारदानंद चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का उद्धघाटन डीइओ कृष्णा नन्द सदा ने किया. मुख्य अतिथि सह डब्ल्यूआइटी के निदेशक प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा थे. प्रो. मिश्रा ने मौके पर कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में वैज्ञानिक सोंच के साथ सृजनात्मक क्षमता का विकास होता है. बच्चे कल्पनाओं को व्यावहारिकता में बदलकर अपने सपनों को मूर्त रूप देते हैं. वे अपनी समस्याओं का वैज्ञानिक विधि से अध्ययन एवं उनके सम्यक समाधान की ओर अग्रसर हो पाते हैं.

अब हर महीने के आखरी कार्य दिवस को स्कूलों में मनेगा विज्ञान दिवस- डीइओ

डीइओ कृष्णा नंद सदा ने कहा कि बच्चे विज्ञान के वाहक हैं. विज्ञान के विकास के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी. कहा कि अब हर महीने के आखरी कार्य दिवस को विद्यालय में विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाएगा. विज्ञान से संबंधित खोज, परियोजना आदि प्रस्तुत किया जाएगा. इसके लिए उन्होंने जिले के सभी विज्ञान शिक्षकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया.

मनुष्य अपनी विकासशील सोंच एवं लालच में प्रकृति को संकट में डाला- डीपीओ

डीपीओ ने कहा कि हमारे पर्यावरण पर सबसे अधिक प्रभाव मानवीय गतिविधियों के कारण पड़ रहा है. मनुष्य ने अपने विकासशील सोच एवं लालच में प्रकृति को संकट में डाला है. इसका हल भी मनुष्य को ही ढूंढना होगा. प्रो. शारदा नंद चौधरी ने कहा कि प्रकृति का नाजुक संतुलन, मौसम चक्र, जंगल, हरित आवरण तथा जल स्रोत इत्यादि के प्रभावित होने के कारण ही हम अब संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों का सामना कर रहे हैं. इससे पूर्व विषय प्रवेश कराते हुए जिला समन्वयक रमाकर ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे अपने अन्वेषण ज्ञान एवं शोध को प्रस्तुत कर सकें और स्थानीय समस्याओं की समझ के साथ उनके निदान के प्रति गंभीर हो सकें. धन्यवाद ज्ञापन जिला स्कूल के प्रभारी प्राचार्य मोहन शाह ने किया.

छह बच्चों का किया गया चयन

प्रदर्शन के आधार पर मध्य विद्यालय पोखराम उत्तरी की प्रियंका कुमारी, एमजीएसएस वाजितपुर के अविनाश कुमार, एचएस पैगंबरपुर की नम्रता झा, उच्च विद्यालय पोहद्दी बेला के मो. आलम, एमसी उच्च विद्यालय कादिराबाद के पार्थ कुमार और एमजीएसस दरभंगा के अंश कुमार का चयन किया गया. कार्यक्रम के आयोजन में शिक्षक कुमार प्रशांत, जयवीर सिंह यादव, संतोष कुमार, प्रतिमा कुमारी, जितेन्द्र कुमार आदि का योगदान सराहनीय रहा.

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