Darbhanga News: दुर्गा पूजा पर विशेष सफाई अभियान का नहीं दिखा विशेष असर

Darbhanga News:विशेष स्वच्छता के लिए छठ पर्व तक शहर की दो पालियों में साफ-सफाई के निर्णय पर रात्रि सफाई कर्मियों की गैरहाजिरी भारी पड़ी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 13, 2024 10:28 PM

Darbhanga News: दरभंगा. विशेष स्वच्छता के लिए छठ पर्व तक शहर की दो पालियों में साफ-सफाई के निर्णय पर रात्रि सफाई कर्मियों की गैरहाजिरी भारी पड़ी. कई पूजा पंडाल व पहुंच पथ रात्रि सफाई से अछूता रहा. सड़कों पर जहां-तहां कचरा फैला था. मक्खियां भिनभिना रही थी. महिला श्रद्धालुओं को माता का खोइछा भरने के लिये गंदगी के बीच आना-जाना पड़ा. रात में ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मियों के कारण सुबह के शिफ्ट में सफाई कर्मियों पर काम का अधिक बोझ से कहीं सुबह के बजे 10 तो कही 11 बजे तक पंडालों के इर्द-गिर्द व पहुंच पथों की सफाई होती रही. यह स्थिति शुक्रवार से लेकर रविवार तक रही. सड़क पर उमड़ी भीड के बीच सफाई का काम मुश्किल हो रहा था. शनिवार की रात दोनार, स्टेशन, कोतवाली थाना रूट, कटहलबाड़ी व लहेरियासराय टावर रोड में सफाई करते कर्मी जरूर दिखाई पड़े. बता दें कि दुकानदार मेले में दुकानदारी कर ग्राहकों द्वारा उपयोग बाद फेके गये गंदगी को यू हीं छोड़ निकल लिये थे. उस कचरे को हटाने व सड़कों पर झाड़ू देकर साफ-सुथरा माहौल देने के लिये पहली पाली में सफाई कर्मी जुटे रहे. गंदगी देख आम नागरिक टावर की सड़क पर झाड़ृ देते दिखे. हालांकि दिवाकाल में भी वार्डों में तैनात कुछ कर्मचारियों के गायब रहने की बात कही जा रही है. दुर्गा पूजा के मद्देनजर कार्यहित व प्रशासनिक दृष्टिकोण से विशेष साफ-सफाई के लिये कार्यालय कर्मियों की छुट्टी रद्द रहने का भी आदेश बेअसर रहा. रात्रि सफाई बावत प्रभारी कुलदीप कुमार ने बताया कि भीड़ के बीच भारी वाहनों के परिचालन व कर्मियों की अनुपस्थिति के कारण समस्या हुई है.

रात्रि सफाई में 98 कर्मी थे तैनात

बताया जाता है कि रात्रि सफाई में आउटसोर्स, दैनिक, संविदा मिलाकर कर्मचारियों की संख्या 98 है. इनमें से कई कर्मचारी डयूटी से गायब बताये गये हैं.

छुट्टी रद्द होने का आदेश रहा बेअसर

दुर्गा पूजा के मद्देनजर नगर आयुक्त ने कार्यालय कर्मियों की छुट्टी रद्द रहने का आदेश जारी किया था. यह आदेश पत्र तक ही सीमित रह गया. आदेश का कार्यालय कर्मियों पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा. यहां तक कि अनुपालन सुनिश्चित कराने वाले वरीय भी जहां-तहां नदारद दिखे. हालाकि स्थापना, स्वास्थ्य, विधि, वाहन, बाजार व राजस्व प्रशाखा खुले जरूर रहे, लेकिन यहां भी 100 फीसद कर्मियों की उपस्थिति देखने को नहीं मिली.

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