Darbhanga News: बाढ़ के पानी में फसल डूबी, क्षतिपूर्ति आवेदन विभागीय प्रक्रिया में गुम

Darbhanga News:अभी तक जिले के पांच प्रखंडों में केवल 1684 किसानों द्वारा आवेदन किया जा चुका है. इसमें से महज 18 आवेदन ही सत्यापित किये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2024 11:11 PM

Darbhanga News: पुरुषोत्तम चौधरी, बहादुरपुर. प्राकृतिक आपदा से बेजार किसानों के नुकसान को कम करने के प्रति विभाग पूरी तरह लापरवाह है. यूं तो पीड़ित किसानों के लिए आवेदन करना ही मुश्किल हो रहा है, लेकिन जिन किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया भी है, उसका सत्यापन करने में विभागीय कर्मी सुस्ती बरत रहे हैं. अभी तक जिले के पांच प्रखंडों में केवल 1684 किसानों द्वारा आवेदन किया जा चुका है. इसमें से महज 18 आवेदन ही सत्यापित किये गये हैं. विभागीय कर्मियों के काम करने की रफ्तार को देखते हुए तो ऐसा लगता है कि कई महीनों के बाद भी आवेदनों का सत्यापन पूरा नहीं हो पायेगा. हालांकि फसल क्षति अनुदान के आवेदनों को जल्द से जल्द सत्यापित करने को लेकर राज्य सरकार व जिला स्तर कृषि विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है, बावजूद कर्मी सरकारी मंशा पर पानी उड़ेलने पर आमदा नजर आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि सितंबर माह में कोसी नदी के पश्चिमी तटबंध टूटने से चार प्रखंडों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था. पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि लोगों के घर समेत खेतों में लगी फसल को इसने बर्बाद कर दिया. खेतों में लगी फसलें पूर्णतः प्रभावित हो गयी. कुशेश्वरस्थान पूर्वी व हायाघाट प्रखंड के निचले इलाके में अभी भी बाढ़ का पानी फैल ही रहा है. इसे देखते हुए सरकार ने बाढ़ पीड़ित के खाते में सीधे सहायता राशि भेज दी है. वहीं किसानों को फसल क्षति अनुदान देने के लिए विभागीय प्रक्रिया का निर्देश दिया है.

पांच प्रखंडों में फसल क्षति का आवेदन

पांच प्रखंडों में 16 अक्तूबर तक केवल 1684 किसानों द्वारा आवेदन किया गया है. इसमें से मात्र 18 आवेदन का ही सत्यापन कृषि समन्वयक स्तर से किया गया है. 114 आवेदन लगान रसीद व अन्य कारणों से रद्द कर दिया गया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 तक के लगान रसीद वाले किसान का आवेदन ही स्वीकृत करने की बात कही जा रही है. बहुतेरे ऐसे किसान हैं, जिनका अंचल स्तर से ऑनलाइन लगान रसीद अपलोड नहीं किया गया है.

मालूम हो कि जिले के पांच प्रखंडों में खरीफ के तहत विभिन्न फसलों की क्षति पर्याप्त मात्रा में हुई है. इसमें किरतपुर, घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, गौड़ाबौराम व हनुमाननगर के 32 पंचायतों में फसल क्षति हुई है. जिला प्रशासन व कृषि विभाग द्वारा इन पंचायतों में आठ हजार 678 हेक्टेयर में फसल क्षति की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी गयी है. इसमें गौड़ाबौराम प्रखंड में 4070 हेक्टेयर आच्छादित रकवा में 177 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है. इसी प्रकार किरतपुर के 2676 हेक्टेयर में 2676 हेक्टेयर, घनश्यामपुर में 5786.9 हेक्टेयर में 283 हेक्टेयर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 6516.5 हेक्टेयर में 3388 हेक्टेयर तथा हनुमाननगर प्रखंड में 3564 हेक्टेयर आच्छादित रकवा में 2154 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है.

किसानों से प्राप्त किया जा रहा ऑनलाइन आवेदन

डीएओ सह परियोजना निदेशक (आत्मा) -विपिन बिहारी सिन्हा ने बताया कि पांच प्रखंडों में फसल क्षति अनुदान दिया जायेगा. इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किया जा रहा है. 1684 किसानों का आवेदन अभीतक प्राप्त हुआ है. एक कृषि समन्वयक को दो-तीन पंचायत आवंटित है. इस कारण सत्यापन करने में विलंब हो रहा है. गैर रैयती किसान अपने आवेदन पर संबंधित पंचायत जनप्रतिनिधि समेत किसान सलाहकार व कृषि समन्वयक का हस्ताक्षर कराने के बाद ही ऑनलाइन करें. आवेदनों को सत्यापित करने के लिए बगल के कृषि समन्वयक व प्रखंड तकनीकी प्रबंधक को लगाया जायेगा. इसे लेकर सूची तैयार की जा रही है. साथ ही संबंधित एसएओ, बीएओ को सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. आवेदन सत्यापन में कोताही बरतने वाले कमियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.

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