दरभंगा. कोरोना संक्रमण की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वायरस के चपेट में आने से करीब एक दर्जन लोग अपनी जान गवा चुके है. लोग दहशत में है. संक्रमण के बढ़ते ग्राफ पर लगाम लगाने के लिये सरकार के निर्देश पर डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने निगम प्रशासन को आदेश दिया था. जारी आदेश के पांच दिन बीतने के बाद भी कंटेनमेंट जोन को अबतक सील नहीं किया गया है. निगम क्षेत्र के चिन्हित 21 कंटेनमेंट जोन को सीलबंद करने की जिम्मेवारी नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने गत शुक्रवार को तीन जेइ को जिम्मेवारी सौपी था.
डीएम डॉ एसएम ने गत 28 जुलाई को नगर के 21 कंटेनमेंट जोन चिन्हित करते हुये पूरी तरह सीलबंद कर सैनिटाइज कराने का आदेश दिया था. सीलबंद क्षेत्र को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया था. आदेश में सीलबंद इलाके में किसी के आने व जाने की मनाही रहन की बात कही गयी थी. कंटेनमेंट जोन में स्वास्थ्य विभागीय प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराने की जबावदेही एसडीओ व एसडीपीओ को सौंपा गया है. वरीय पदाधिकारी के तौर पर अपर समाहर्ता प्रतिनियुक्त है.
जिला के एक जदयू विधायक कारोना संक्रमित पाये गये हैं. उनके तीन परिजनों के भी पॉजिटिव पाये जाने की सूचना है. इससे उनके विधानसभा क्षेत्र सहित प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. सूत्रों के अनुसार शनिवार को विधायक ने अपने परिजनों के साथ अपने मुख्यालय से बाहर दूसरी जगह टेस्ट कराया, जिसमें उनके साथ उनके परिवार के तीन सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों की मानें तो वे होम कोरेंटिन में चले गये हैं. हालांकि इस संबंध में विधायक के स्थानीय स्वास्थ्य महकमा में इस तरह की जानकारी से इंकार किया है.
दरभंगा जिले में बुधवार को 59 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसमें दरभंगा मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग से 12, रैपिड एंटिजन किट से जांच में नौ और जिले के विभिन्न पीएचसी में रैपिड एंटिजन किट से की गयी जांच में 38 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. इसके साथ ही जिले का कुल आंकड़ा 887 पर पहुंच गया है.
डीएमसीएच में शनिवार को कोरोना आइसीयू ले जाये जा रहे एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो गयी. उसकी आयु करीब 40 वर्ष थी. लाश को एम्बुलेंस से घर भेज दिया गया है. बताया जाता है कि मरीज झंझारपुर का रहने वाला था. उसे गंभीर अवस्था में आपातकालीन विभाग में लाया गया था. मरीज के स्थिति को देखते हुये डॉक्टरों ने उसे कोरोना आइसीयू भेज दिया. एम्बूलेंस से ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी. उधर, मरीज के परिजनों का कहना है कि इलाज में बहुत देरी की गयी. घंटों मरीज को एम्बुलेंस में ही छोड़ दिया गया. करीब एक घंटा बाद मरीज को उतारा गया. चिकित्सा में विलंब के कारण मरीज की मौत हो गयी.
posted by ashish jha