स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ सकता है नगर निगम
सर्वेक्षण के तय मानकों पर इस वर्ष भी निगम खरा उतर पाने की स्थिति में नहीं दिख रहा है.
दरभंगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश के 15 शहरों को रैंक हासिल करने को लेकर मुख्य सचिव की ओर से निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना इस बार भी दरभंगा नगर निगम के लिए टेढ़ी खीर नजर आ रहा है. सर्वेक्षण के तय मानकों पर इस वर्ष भी निगम खरा उतर पाने की स्थिति में नहीं दिख रहा है. इसकी वजह यह बतायी जा रही है कि सर्वेक्षण के कई अहम व जरूरी सुविधायें आज तक उपलब्ध कराने की दिशा में यहां का निगम प्रशासन सफल नहीं हो सका है. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले इस सर्वेक्षण का समय निकट आ गया है. बताया जाता है कि कभी भी केंद्रीय टीम धरातल पर किए गए कार्यों की जांच के लिए पहुंच सकती हैं. ऐसे में निगम के पास अपना कचरा डपिंग ग्राउंड का नहीं होना भारी पड़ सकता है. दशकों गुजर जाने के बावजूद भाड़े के जुगाड़ पर निगम प्रशासन जैसे-तैसे काम चला रहा है. बेनीपुर के बनौली बेलनी में डंपिंग ग्राउंड का चयन किया गया, परंतु मुख्यालय से यह 25 किमी दूर है. एक वर्ष पूर्व 10 एकड भूखंड भूमि राजस्व एवं सुधार विभाग से सशर्त मिला, लेकिन यहां आधारभूत संरचना शून्य है. सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों में अधिकांश की स्थिति ठीक नहीं है. गली-मोहल्लाें की सड़क पर झाड़ू नियमित रूप से नहीं लगायी जाती है. कई वाहन खराब पड़े हैं. प्रचार के माध्यम से आमजन को जागरूक करने के लिये स्वच्छता से जुड़े बैनर-पोस्टर सीएम के आगमन पर लगाये गये थे. मुख्य सड़क पर तो सुबह में सफाई का काम कर लिया जाता है, लेकिन गली-मोहल्लाें में देर तक कूड़ा का उठाव व सफाई का काम चलता ही रहता है. इस कारण वाहनों का फेरा लगाते रहने से सड़क जाम से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
खराब पड़े हैं कई वाहन
पहले नगर निगम के पास पुराना 16 ट्रैक्टर व 16 टीपर थे. इसके बाद नया छोटा-बड़ा 12 ट्रैक्टर 80 नये टीपर क्रय किये गये. इसमें से कई खराब हो चुके हैं. कुछ टीपर के बॉडी को काट ट्रैक्टर ढाला में तब्दील कर कचरा ढोया जा रहा है. गीला व सूखे कचरा संग्रह के लिए बने अलग-अलग खाने के बावजूद मिक्स कचरा हीसंग्रह किया जाता है. पुराना चार जेसीबी, दो रोबोट, दो कंपेक्टर, दो मिडियम व दो रोबोट जेसीबी है. इसके अलावा तीन वाहन व तीन हैंड फागिंग मशीन पहले से तथा नये 24 हैंड फॉगिंग मशीन हैं. इसमें भी कुछ खराब बताये जाते हैं. पांच एचपी के सात, 26 एचपी के छह तथा 10 एचपी के 15 पंपसेट उपलब्ध हैं. इसमें से भी कई में खराबी है. यांत्रिक अभियंता प्रभात कुमार ने बताया कि वाहनों की मरम्मती करायी जा रही है.दो फेज में शौचालयों के सर्वेक्षण की तैयारी
कोट::::
दरभंगा समेत प्रदेश के 15 शहरों को सौ रैंकों में लाने का लक्ष्य मुख्य सचिव ने दिया है. बेहतर रैंक हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है. 15 फरवरी से पूर्व समस्या को दूर कर लिया जाएगा. 12 बजे के बाद मुख्य सड़क पर कचरा वाहन नजर नहीं आने के बावत जोन प्रभारियों व जमादारों को सख्त निर्देश है.– निखिल चौरसिया, सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है