Darbhanga News:दरभंगा. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने अदालत लगाकर लंबित संचिकाओं की सुनवाई की. कुलपति कार्यालय में प्रो. चौधरी ने विश्वविद्यालय के परीक्षा, वित्तीय और विधि विभाग से संबंधित पदाधिकारियों की बैठक में लंबे समय से लंबित संचिका और दस्तावेजों का पुनरीक्षण किया. सिंगल विंडो सिस्टम के तहत फाइलों के त्वरित निबटान का निर्देश दिया. कहा कि विश्वविद्यालय के कुशल प्रशासनिक व अकादमिक कार्य के लिए ऐसी सुनवाई आवश्यक है. विशेष अदालत से न केवल समस्याओं का त्वरित निदान हो सकेगा, बल्कि विश्वविद्यालय में वर्षों से लंबित मामलों और संचिकाओं का भी निपटान होगा. कुलपति ने प्रत्येक 15 दिन में अदालत लगाकर सुनवाई करने का सख्त निर्देश दिया. मौके पर कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित, वित्तीय सलाहकार इंद्र कुमार, वित्तीय पदाधिकारी जानकी रमण निधि, परीक्षा नियंत्रक डॉ विनोद कुमार ओझा, उप परीक्षा नियंत्रक डॉ इंसान अली, सिंडिकेट सदस्य प्रो. अशोक कुमार मेहता, विकास पदाधिकारी डॉ विकास कुमार तथा अन्य संबद्ध कर्मचारी उपस्थित थे.
प्रोन्नति के लिए मांगा गया प्राध्यापकों का चरित्र प्रमाण पत्र
लनामिवि ने पीजी विभागों एवं कालेजों में कार्यरत वैसे सहायक प्राध्यापक, जिनकी प्रोन्नति वरीय वेतनमान में की जानी है, उनका गोपनीय चरित्र प्रमाण पत्र (बंद लिफाफे में) पत्र प्राप्ति के दो दिनों के अंदर उपलब्ध कराने को कहा है. विवि की ओर से इससे संबंधित पत्र सभी पीजी विभागाध्यक्षों एवं प्रधानाचार्य के नाम से जारी किया गया है. कुलपति के आदेश से कुलसचिव ने यह पत्र जारी किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है