Darbhanga AIIMS: संजय झा न्योता देने पहुंचे दरभंगा, बोले- 13 नवंबर मिथिला के लिए बड़ा दिन

Darbhanga AIIMS: जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बहादुरपुर और हनुमाननगर प्रखंडों में जनसंपर्क कर 13 नवंबर को होने वाली प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की संयुक्त जनसभा में अधिक-से-अधिक संख्या में भाग लेने का किया आह्वान

By Ashish Jha | November 9, 2024 11:45 AM

Darbhanga AIIMS: दरभंगा. जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने शुक्रवार को बहादुरपुर और हनुमाननगर प्रखंड के अनेक गांवों में जनसंपर्क कर दरभंगा एम्स के 13 नवंबर को होने वाले शिलान्यास कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स मिथिला के लिए एक ऐतिहासिक सौगात है. इसके शिलान्यास के सिलसिले में दरभंगा में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनसभा में अधिक-से-अधिक संख्या में पहुंच कर उनका आभार जताएं. संजय कुमार झा ने बहादुरपुर प्रखंड के ग्राम खराजपुर और ओझौल तथा हनुमाननगर के ग्राम मुस्तफापुर, गोढ़ियारी, बघला कमलपुर, हरिचंदा और पंचोभ सहित कई गांवों में लोगों को संबोधित किया. इस दौरान मंत्री मदन सहनी तथा जदयू जिलाध्यक्ष गोपाल मंडल भी साथ थे.

मिथिला के लिए 13 नवंबर एक बड़ा दिन

संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला के लिए 13 नवंबर एक बड़ा दिन होगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिथिला के केंद्र दरभंगा में बिहार के दूसरे एम्स के निर्माण की आधारशिला रखेंगे. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार और बिहारवासियों के प्रति विशेष लगाव ही है, कि उन्होंने बिहार को दूसरा एम्स देने का निर्णय लिया. बिहार का पहला एम्स पटना में कार्यरत है. उन्होंने कहा कि बिहार को जब दूसरा एम्स देने की घोषणा हुई, तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तय करना था कि यह किस शहर में बनेगा, क्योंकि इसके लिए जमीन और कई अन्य सुविधाएं राज्य सरकार को उपलब्ध करानी थी. एम्स के निर्माण की मांग बिहार के कई शहरों से हो रही थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने तय किया कि पीएमसीएच, पटना के बाद बिहार का दूसरा सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज डीएमसीएच, दरभंगा है, इसलिए दूसरा एम्स भी दरभंगा में ही बनेगा.

सीएम ने समाधान यात्रा के दौरान जमीन पर जाकर की थी समीक्षा

संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष अपनी ”समाधान यात्रा” के दौरान दरभंगा एम्स के लिए शोभन-एकमी बाइपास के निकट चिह्नित भूमि पर जाकर समीक्षा की थी और उसे स्वीकृति दी थी. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा भूअर्जन एवं अन्य वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण कर करीब 189 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को उपलब्ध करा दी गई है. साथ ही, मुख्यमंत्री ने बार-बार कहा है कि दरभंगा एम्स के निर्माण स्थल तक फोरलेन कनेक्टिविटी देने, बिजली-पानी की व्यवस्था करने सहित और जो भी सुविधा जरूरी होगी, राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी.

निर्माण में आधुनिक तकनीक का उपयोग

संजय कुमार झा ने कहा कि दरभंगा एम्स के निर्माण में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा. इसका पूरा डिजाइन आइआइटी, दिल्ली के विशेषज्ञों से तैयार करवाया गया है. दरभंगा शहर की सीमा पर एम्स का निर्माण होने से शहर को एक नया विस्तार मिलेगा. इससे नये क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा और आसपास के क्षेत्र में रोजगार के नये-नये अवसर पैदा होंगे.

डीएमसीएच का हो रहा पुनर्विकास

संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार सरकार डीएमसीएच का भी पुनर्विकास करा रही है. इसके लिए कुल 2742.04 करोड़ की योजना के तहत वहां 2500 बेड का नया अस्पताल बन रहा है. इस तरह दरभंगा शहर में एम्स और नया डीएमसीएच के रूप में दो सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण हो जाने पर यह शहर केवल उत्तर बिहार ही नहीं, नेपाल तक के मरीजों के लिए इलाज का एक बड़ा केंद्र बन जाएगा.

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