दरभंगा एयरपोर्ट पर अगले दो माह में होगी विमानों की नाइट लैंडिंग, फ्लाइटों की संख्या में होगी बढ़ोतरी
Darbhanga Airport: 1938 में बने दरभंगा एयरपोर्ट 1962 से वायुसेना के एयरबेस के रूप में संचालित है. नाइट लैंडिंग की सुविधा शुरू होने से यहां पर रात के समय में भी विमानों की आवाजाही हो सकेगी. इससे देश भर के विभिन्न शहरों के लिए नई उड़ानें शुरू हो सकेंगी. साथ ही अंतरराष्ट्रीय विमानों के संचालन के द्वार भी खुलेंगे.
Darbhanga Airport: दरभंगा. बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट पर अब रात में भी विमानों की आवाजाही होगी. अगले दो माह में यहां नाइट लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध कराने का काम तेजी से चल रहा है. दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग के लिए 24 एकड़ अधिकृत जमीन पर बाउंड्रीवाल का काम पूरा किया जा रहा है. बाउंड्री वाल पूरा होते ही एप्रोच लाइट लगाने का काम पूरा किया जायेगा. दरभंगा एयरपोर्ट पर एजीएलएस लगाने का काम पूरा हो चुका है, अब केवल आईएलएस लगना है. एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया ने यह काम टाटा को सौंपा है. दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिग के लिए रक्षा मंत्रालय से एनओसी मांगी गयी है. उम्मीद की जा रही है कि सबकुछ समय से हुआ तो जनवरी के अंत तक दरभंगा एयरपोर्ट पर रात में विमानों की आवाजाही शुरू हो जायेगी.
हर मौसम में यहां उतर पायेंगे विमान
इस संबंध में राज्यसभा सांसद संजय झा ने मीडिया से कहा, ” भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) को भूमि हस्तांतरित होने के बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. हवाई अड्डे पर श्रेणी I (CAT I) ILS (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) की स्थापना के बाद, रात में भी विमानों की आवाजाही संभव हो सकेगी.” उन्होंने कहा, ” सर्दियों के समय में उड़ानों के संचालन के लिए उत्तर बिहार में कम दृश्यता एक बड़ी समस्या है. दरभंगा एयरपोर्ट पर CAT I ILS की स्थापना से इसका समाधान हो जाएगा. इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम लग जाने से विमानों के संचालन में कोई समस्या नहीं होगी. सर्दियों के मौसम में, कोहरे की स्थिति में और यहां तक कि कम दृश्यता में भी यहां विमान सुरक्षित उतर पायेंगे. इसके अलावा, दरभंगा हवाई अड्डे के रनवे का विस्तार किया जाएगा, ताकि बड़े विमान वहां उतर सकें, ”
जल्द पूरी होगी कैट टू की औपचारिकता
दरभंगा के लोकसभा सांसद ने भी इस संबंध में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है. सांसद गोपालजी ठाकुर ने बताया कि उन्होंने रक्षा मंत्री से दरभंगा एयरपोर्ट को नाइट लैंडिंग सिस्टम से एमएएफआई टू योजना के तहत अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कैट टू की औपचारिकता पूरा होने के बाद दरभंगा को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिलने का रास्ता साफ हो जायेगा. उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अगले साल दरभंगा एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन की समीक्षा करने दरभंगा आने का कार्यक्रम बना रहे हैं.
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