Darbhanga Airport: बिहार में दरभंगा एयरपोर्ट के विकास को पंख लग गये हैं. अब यह हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा. इसे लेकर विभागीय पहल आरंभ हो चुकी है. खासकर हवाई अड्डा के विस्तार के लिए रन-वे की लंबाई नौ हजार से बढ़ाकर 12000 फुट की जानी है. इसे लेकर 90 एकड़ अतिरिक्त भूमि की जरूरत पड़ेगी. इसके बाद विश्व का कोई भी बड़ा से बड़ा जहाज यहां से आवागमन कर सकता है.
वर्तमान में दरभंगा हवाई अड्डा का रन-वे नौ हजार फुट लंबा है
इसे लेकर नागरिक उड्डयन निदेशालय बिहार सरकार की ओर से पहल की गयी है. DM राजीव रोशन को पत्र लिखकर 90 एकड़ भूमि चिन्हित कर विभाग को रिपोर्ट करने के लिए कहा है. वर्तमान में दरभंगा हवाई अड्डा का रन-वे नौ हजार फुट लंबा है. वर्त्तमान में भी यहां का रन-वे बिहार का सबसे लंबा रन-वे है. अब हवाई अड्डा के विस्तार के मद्देनजर अतिरिक्त भूमि की जरूरत को पूरा करने को लेकर विभागीय कवायद तेज हो गयी है.
विकास को लगेंगे पंख
दरभंगा एयरपोर्ट बिहार के 21 जिलों के करोड़ों यात्रियों को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है. यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट है. इस स्थिति में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन जाने से पूरे उत्तर बिहार के लोगों के लिए विदेश आवागमन में सुविधा होगी. अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों एवं व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आयेगी. इससे क्षेत्र में व्यापार और निवेश बढ़ेगा, जिससे जिला सहित आसपास के क्षेत्र के विकास को नया पंख लगेगा. इसके अलावा अपनी समृद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के कारण मिथिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन सकेगा.
राज्यसभा सांसद ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की थी मुलाकात
दरभंगा को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने को लेकर राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मुलाकात की थी. दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन करने वाले यात्रियों को हो रही परेशानी को दूर करने तथा इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के मुद्दे पर चर्चा की थी. सांसद ने रनवे के विस्तार की आवश्यकता के संबंध में मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था. इस दौरान मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने से संबंधित विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था.
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सालाना 43 लाख यात्री कर सकेंगे आवागमन
बीते 20 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई अड्डा के विस्तारीकरण के मद्देनजर 51 हजार 800 स्क्वायर मीटर में बनने वाले विशाल टर्मिनल भवन का वाराणसी से ऑनलाइन शिलान्यास किया था. नये टर्मिनल भवन पर 912 करोड़ रुपये खर्च होंगे. नया सिविल इन्क्लेव बन जाने के बाद सालाना 43 लाख हवाई यात्रियों के आवागमन की संभावना है. पिक आवर में तीन हजार पैसेजरों के ठहरने की मुकम्मल व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा 40 चेक इन काउंटर, 14 सेल्फ चेक कियोस्क, 12 ऑटोमेटिक ट्रे रिट्रीवल सिस्टम, 30 मेटल डिटेक्टर, पांच एरोब्रिज, चार कन्वेयर बेल्ट की सुविधा मिलेगी. वहीं सात कोड सी विमानों के ठहराव के लिये एप्रॉन का निर्माण कराया जायेगा.