सामूहिक अवकाश पर रहे मिथिला विश्वविद्यालय के कर्मचारी, विवि परिसर में किया प्रदर्शन
विवि मुख्यालय पर मंगलवार को घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन के तहत धरना प्रदर्शन किया
दरभंगा.
बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ की लनामिवि प्रक्षेत्रीय इकाई की ओर से अंगीभूत काॅलेजों के कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश पर रहते हुए विवि मुख्यालय पर मंगलवार को घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन के तहत धरना प्रदर्शन किया. कालेजों से आये कर्मचारियों ने विवि के प्रशासनिक भवन के ग्रिल पर संगठन का बैनर झंडा आदि लगाकर काफी देर तक लंबित मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. इस दौरान मुख्य गेट होकर प्रशासनिक भवन के कार्यालय में लोगों की आवाजाही बंद रही. वैसे आंदोलन शुरु होने से पहले ही उस भवन के कार्यालय में कर्मचारी एवं अधिकारी प्रवेश कर चुके थे. इधर, विवि प्रशासन ने आवश्यक कार्य को लेकर जाने आने के लिये दूसरी ओर से रास्ते की वैकल्पिक व्यवस्था बहाल कर रखी थी. प्रशासनिक भवन के पोर्टिको में धरना देते हुए संगठन से जुड़े शिक्षकेत्तर कर्मियों ने सभा की. अशोक कुंवर की अध्यक्षता में आयोजित सभा में प्रक्षेत्रीय मंत्री विनय कुमार झा ने कहा कि शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की मांग पूरी करने में विवि के अधिकारी दोहरी नीति अपनाते हैं. शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को प्रोन्नति देने के लिए राज्य सरकार ने कई माह पहले पत्र जारी कर रखी है. विवि उस आदेश का अनुपालन करने के बजाय कमेटी दर कमेटी बनाता आ रहा है, लेकिन प्रोन्नति अभी तक नहीं दी है. विवि के अधिकारी का प्रयास रहता है कि शिक्षकेत्तर कर्मचारी अपने वाजिब हक के लिए भी न्यायालय की शरण ले, ताकि वे विवि से टीए डीए सहित अन्य लाभ कमाते रहें. कहा कि वेतन सत्यापन कोषांग से जुड़ी समस्या बिना अधिकार के शिक्षा विभाग द्वारा उत्पन्न की जा रही है. इस मामले पर विश्वविद्यालय को गंभीरता से कर्मचारियों का पक्ष सरकार के समक्ष रखना चाहिए. कहा कि विवि इस पर संज्ञान नहीं ले रहा है. नतीजा है कि बार बार कर्मचारियों को परेशान होना पड़ रहा है. कहा कि अनुकंपा पाल्यों की नियुक्ति के मामले को अनावश्यक लंबा खींचा जा रहा है. चतुर्थ चरण के कालेज कर्मियों के सप्तम वेतन के बकाए का भुगतान, डीए भुगतान, सप्तम वेतन सहित बकाया 20 प्रतिशत भुगतान की मांग लंबित है. मौके पर शमशाद अली संरक्षक, महेन्द्र नाथ महान, प्रमोद कुमार, राजेश कुमार, राधेश्याम झा, कमालुद्दीन, पवन कुमार मिश्रा, कुलदीप कुमार झा, मुकेश कुमार, त्रिपुरारी झा, हर्षवर्धन सिंह, नरेंद्र कुमार कुमर आदि ने भी विचार रखा. बाद में आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के प्रतिनिधियों की वार्ता कुलपति, कुलसचिव, कुलानुशासक, डीआरवन आदि के साथ हुई. प्रक्षेत्रीय मंत्री ने बताया कि सभी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया गया है. जिन बिंदुओं पर सहमति बनी है, उससे संबंधित समझौता पत्र बनाया जा रहा है,.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है