Darbhanga News: दरभंगा. मिल्लत कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से “महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिये डायल-112 का महत्व विषय पर प्रधानाचार्य प्रो. इफ्तेखार अहमद की अध्यक्षता में संगोष्ठी हुई. इसमें प्रधानाचार्य प्रो. अहमद ने कहा कि महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिए सरकार की पहल पर जारी डायल-112 नंबर काफी उपयोगी सिद्ध होगा. कहा कि सिर्फ सरकार या पुलिस के बल पर इसका विशेष लाभ महिलाओं को नहीं मिलेगा. आमलोगों को भी इसके लिए जागरूक होना होगा. यह सेवा प्रारंभ होने से स्कूल- कॉलेज जाने वाली छात्राएं, काम पर जाने वाली महिलाएं तथा किसी कार्य से रात में यात्रा करने वाली महिलाओं के अंदर सुरक्षा एवं आत्मविश्वास का भाव उत्पन्न होगा. एनएसएस स्वयंसेवकों से सुरक्षित सफर के लिए डायल 112 के प्रति छात्राओं एवं महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने का आह्वान किया.
15 सितंबर से पूरे प्रदेश में लागू होगी सुविधा- डॉ चौरसिया
एनएसएस के विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ आरएन चौरसिया ने कहा कि हरियाणा और तेलंगाना के बाद डायल-112 से जुड़ी सुरक्षित सफर सुविधा देने वाला बिहार भारत का तीसरा राज्य बन गया है. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पांच सितंबर से बिहार के छह जिले पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय तथा नालंदा में यह सुविधा प्रारंभ हुई है. 15 सितंबर से डायल-112 से जुड़ी महिलाओं के सुरक्षित सफर सुविधा पूरे बिहार में उपलब्ध होगी. कहा कि यह सुविधा पूर्णतः निःशुल्क है. यह आपातकालीन स्थिति में महिलाओं को मदद करेगा. अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई होगी. डॉ चौरसिया ने कहा कि महिला की पूरी यात्रा के दौरान डायल 112 कंट्रोल रूम की टीम लगातार संपर्क में रहेगी. अतिथियों का स्वागत डॉ महेश चंद्र मिश्रा, संचालन कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सोनी शर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सियाराम प्रसाद ने किया. मौके पर डॉ कीर्ति चौरसिया, डॉ जमशेद आलम, डॉ अब्दुल राफे, डॉ शाहनवाज आलम, डॉ मुन्ना साह, डॉ अब्दुस सलाम जिलानी, डॉ नाहिद जेहरा, डॉ अमृता प्रियदर्शी, डॉ जावेद अख्तर, डॉ रवि शंकर पंडित, डॉ मनीष कुमार, डॉ जोहा सिद्दीकी, डॉ कामिनी कुमारी, डॉ राधा नारायण, डॉ अबुल बशर आदि मौजूद थे.
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