बाढ़ पूर्व तैयारी के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक
समाहरणालय में डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ से निपटने को लेकर समीक्षा की गयी
दरभंगा. समाहरणालय में डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ से निपटने को लेकर समीक्षा की गयी एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए. बैठक में वर्षा मापक यंत्र, तटबंधों के संरक्षण, क्षतिग्रस्त सड़कों एवं पुल पुलियों, बाढ़ आश्रय स्थलों पर विद्युत आपूर्ति, शुद्ध पेयजल, शौचालय, औसत भू-गर्भ जल स्तर, मानव दवा एवं स्वास्थ्य, बाढ़ आश्रय स्थल निर्माण, पशु चारा, आकस्मिक फसल योजना, आपदा संपूर्ति पोर्टल, सरकारी एवं निजी नाव का निबंधन, प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक, आपदा सम्पूर्ति सूची का अनुमोदन, नाव का भौतिक सत्यापन, सैंड बैग का सत्यापन, राहत शिविर का सत्यापन, तटबंध की सुरक्षा, नहरों की स्थिति, पटवन की स्थिति एवं एसडीआरएफ भवन निर्माण आदि पर चर्चा की गयी. डीएम ने कहा कि सभी बाढ़ नियंत्रण डिवीजन के कार्यपालक अभियंता तटबंध की निगरानी कराने एवं कटाव निरोधक कार्य संपन्न करा लें. आकस्मिक स्थिति के लिए बालू भरे बैग चिन्हित स्थलों पर रखने के लिए सख्त निर्देश दिए. डीएम ने जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को सभी पंचायतों में वर्षा मापक यंत्र कार्यरत है या नहीं इसकी जांच कराने को कहा. कार्यपालक अभियंता पीएचइडी से भूगर्भ स्तर के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें लगातार वाटर लेवल जांच करते रहने का निर्देश दिया. सभी सीओ को चापाकल के लिये जगह चिन्हित करते हुए तीन दिन में प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा. सभी संबंधित पदाधिकारी को तटबंधों का मुआयना कर लेने तथा पुल-पुलिया कि साफ-सफाई कर लेने को कहा. सभी सीओ को अपने क्षेत्र में स्टोर किए बालू की मात्रा, गुणवत्ता जांच कर प्रतिवेदन मांगा. कंट्रोल रूम का गठन कर लेने को कहा. संवेदनशील स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित करने का निर्देश दिया. डीपीएम हेल्थ ने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 23 प्रकार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. कहा कि चलंत चिकित्सा दल का गठन कर लिया गया है. डीएम ने बाढ़ आश्रय स्थल के लिये चिकित्सा दल का गठन करने का निर्देश दिया. जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पशु शिविर स्थल चिन्हित कर लिया गया है. 38 प्रकार की दवा उपलब्ध है. पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि सभी पशुओं का टीकाकरण कर लिया गया है. डीएम ने सभी सीओ को निजी नाव मालिक से एकरारनामा करने से पहले उनके नाव सत्यापन करने तथा सभी नाव का रजिस्ट्रेशन भी कराने का निर्देश दिया. नाविकों के लंबित बकाया भुगतान जल्द करने को निर्देश दिया. कहा कि किसी भी नाविक का भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए. लाभुकों का डाटा का सत्यापन कराकर जिला आपदा शाखा में भेजने को कहा गया. कार्यपालक अभियंता भवन बृजेश कुमार ने बताया कि 13 स्थलों पर बाढ़ आश्रय का निर्माण किया जाना था, जिसमें से आठ पूर्ण हो गया है. एक माह के अंदर शेष आश्रय स्थल भवन बनाने का निर्देश दिया गया. डीएम ने गअपर समाहर्ता आपदा चापाकल के लिये जगह चिन्हित करते हुए तीन दिन में प्रतिवेदन को निर्देश दिया कि जिन अंचल से डाटा अद्यतन नहीं है, उस सीओ से कारणपृच्छा की जाए. चेतावनी दी कि जल्द से जल्द शत प्रतिशत डाटा अद्यतन कर लें. बेनीपुर, बहादुरपुर, बहेड़ी और दरभंगा अंचल अधिकारी के कार्यकलापों पर नाराजगी व्यक्त की गई. इन अंचल अधिकारियों को वेतन बंद करने की चेतावनी दी. बैठक में अपर समाहर्ता आपदा सलीम अख्तर, उप निदेशक जन संपर्क सत्येंद्र प्रसाद, एसडीओ बिरौल उमेश कुमार भारती, जिला कृषि पदाधिकारी विपिन कुमार बिहारी, वरीय उप समाहर्ता भानु चंद्रा आदि शामिल थे.
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