दरभंगा.
गुरुवार को देर रात हुई बारिश से डीएमसीएच परिसर में दूसरे दिन भी जलजमाव की स्थिति है. जलजमाव से चिकित्सकों सहित मरीज व परिजनों को आवागमन करने में काफी मुश्किल हो रही है. अस्पताल की मुख्य व परिसर के सड़कों पर जलजमाव के कारण मेडिकल छात्रों को पढ़ाई व चिकित्सकीय कार्य में दिक्कत आ रही है. दूसरे दिन भी जल निकासी नहीं होने के कारण यूजी महिला छात्रावास के गेट के निकट चौकी रखा गया है. इस पर चढ़कर मेडिकल छात्रा आवागमन को मजबूर है. वहीं डीएमसी परिसर में जलजमाव के कारण पैथोलॉजी जांच कराने पहुंचे मरीज व परिजनों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. खासकर छोटे- छोटे बच्चों, महिला व बुजुर्ग अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है. विदित हो कि मेन ओपीडी में रोजाना दो हजार से अधिक मरीजों का इलाज होता है. शुक्रवार को विभिन्न विभागों में 3030 मरीजों का उपचार हुआ.इन विभागों की स्थिति सबसे खराब :
थोड़ी सी बारिश के कारण ही डीएमसीएच की स्थिति नारकीय हो गयी है. वैसे तो सभी विभागीय परिसर में जलजमाव है, लेकिन कुछ विभागों में स्थिति बेहद खराब है. इसमें मेडिसिन, डीएमसी परिसर, क्लिनिकल पैथोलॉजी, मेडिसिन, नर्सिंग होस्टल, एमसीएच विभाग शामिल हैं. खासकर लंबे उपचार के लिये मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट करने में ट्राली मैन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.अस्पताल के पूर्वी भाग के मोहल्ले का पानी परिसर में हो रहा जमा :
विदित हो कि डीएमसीएच का जमीनी स्तर काफी नीचे हो गया है. आसपास के मोहल्ले के जमीन का लेवल ऊंचा है. इस कारण पूर्वी भाग का पानी अस्पताल में जमा होता रहता है. ड्रेनेज का पुख्ता इंतजाम नहीं होने से वर्षों से ऐसी स्थिति बनी हुई है. समस्या के समाधान के लिये कई बार विभागीय प्रयास किये गये हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है