अब डीएमसीएच के डॉक्टरों को पूरा करना होगा ऑपरेशन का टारगेट
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने डीएमसीएच के चिकित्सकों को यूनिट के अनुसार मरीजों की सर्जरी करने का टास्क दिया है.
दरभंगा. नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने डीएमसीएच के चिकित्सकों को यूनिट के अनुसार मरीजों की सर्जरी करने का टास्क दिया है. अब हर यूनिट को सप्ताह में तीन मेजर व छह माइनर ऑपरेशन करना होगा. नेशनल मेडिकल कमीशन ने फिलहाल यह टास्क गायनिक, इएनटी व आंख विभाग को दिया है. समझा जाता है कि पर्यवेक्षण में इन तीनों विभागों में लापरवाही सामने आयी है. दिये गये लक्ष्य को पूरा नहीं किये जाने पर यूनिट हेड पर कार्रवाई करने की बात कही गयी है. जानकारी के अनुसार संबंधित विभागों में प्रति यूनिट ऑपरेशन की संख्या काफी कम है. प्रति यूनिट के हिसाब से सप्ताह में एक- दो सर्जरी ही होती है. इसे नाकाफी माना गया है. संख्या बढ़ाने को लेकर एनएमसी ने कॉलेज प्रशासन को कार्रवाई करने को कहा है, ताकि अपेक्षित सुधार हो सके. गायनिक, आंख एवं इएनटी विभागों में छह-छह यूनिट संचालित है. इएनटी विभाग में कई माह से ऑपरेशन बंद इएनटी विभाग में वरीय चिकित्सकों के अभाव में केवल एक चिकित्सक के नाम पर छह यूनिट चलाया जा रहा है. विभाग में एक ही प्रोफेसर हैं. इससे विभाग का चिकित्सकीय कार्य प्रभावित है. विभाग में विगत कई माह से मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो रहा है. इलाज कराने पहुंचने वाले मरीज स्थिति देख लौट जा रहे हैं. वहीं इस विभाग में आवश्यक सुविधायें भी नहीं है. ऑपरेशन थियेटर का एसी तीन माह से खराब है. इसे लेकर विभाग की ओर से अधीक्षक कार्यालय को सूचित भी किया गया है, लेकिन अपेक्षित कार्रवाई नहीं होने से यथास्थिति है. कर्मियों का कहना है कि पहले प्रतिदिन दो से तीन सर्जरी होती थी. वर्तमान में ऑपरेशन का काम पूरी तरह से बंद है. इस तरह से देखा जाये तो मानव संसाधन एवं मूलभूत सुविधा के अभाव का असर विभाग के यूनिट हेड पर पड़ना तय सा है. प्राचार्य ने गायनिक विभाग के यूनिट हेड को दिये निर्देश एनएमसी के निर्देश के मद्देनजर डीएमसी के प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा ने गायनिक विभाग का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया है. सभी यूनिट हेड को लक्ष्य के अनुरूप सर्जरी करने को कहा है. टारगेट पूरा नहीं किये जाने पर कार्रवाई की बात कही है.
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