दरभंगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्तीय साक्षरता के साथ वित्तीय आत्मनिर्भरता जरूरी है, तभी स्वस्थ व सशक्त समाज राज्य एवं देश की कल्पना की जा सकती है. अगर नेतृत्व कुशल हो, तो उसके पीछे का नेतृत्व भी कुशल हो जाता है. क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को आर्थिक रूप से समर्थ बनाने के साथ समाज की मुख्य धारा में लाना है. इन लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर ही भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा किया जा सकता है. शुक्रवार को राज मैदान में आयोजित क्रेडिट आउट रीच कार्यक्रम में वे बोल रही थीं. वित्त मंत्री ने इस अवसर पर 49 हजार 137 लाभुकों के बीच 1388 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण करते हुए कहा कि इस राशि से रोजगार के क्षेत्र में बूम आयेगा. इसके लिए सरकार संकल्पित है. बता दें कि राज मैदान में विभिन्न बैंकों एवं संस्थाओं द्वारा 10 स्टॉल लगाये गये थे. इसके माध्यम से विभिन्न रोजगारपरक गतिविधियों से वहां मौजूद लोगों को परिचित कराने का प्रयास किया गया. सभा को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री चिराग पासवान, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जदयू राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, मंत्री हरि सहनी, सांसद गोपालजी ठाकुर, अशोक कुमार यादव के अलावा विधायक संजय सरावगी आदि मंचासीन थे. वित्त विभाग के सचिव नागराजन राजू, एसबीआइ के उप प्रबंध निदेशक सुरेंद्र राणा, सीबीआइ के एमडी सह सीइओ एमवी राव सहित सभी बैंकाें के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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