पहले रहता था अशांत माहौल, अब बदला समय, विकास के लिए कर रहे हैं वोटिंग
लक्ष्मीसागर साधूगाछी बूथ से वोटिंग कर निकल रहे 68 वर्षीय बुजुर्ग रत्नेशवर झा ने कहा कि समय बदला है
संतोष कुमार मंडल, दरभंगा लक्ष्मीसागर साधूगाछी बूथ से वोटिंग कर निकल रहे 68 वर्षीय बुजुर्ग रत्नेशवर झा ने कहा कि समय बदला है. विकास के लिए वोट किया हूं. पहले अशांत माहौल में वोट हुआ करता था. अब वह स्थिति नहीं है. वोटिंग का आधार देश को मजबूत करना है. वोट कर निकले लक्ष्मीसागर निवासी 74 वर्षीय गंगाधर मंडल का कहना था कि व्यवस्था में बदलाव हुआ है. पहले के चुनाव और अभी के चुनाव में बहुत परिवर्तन आया है. शांति पूर्ण मतदान हो रहा है. लोकतंत्र के लिए यह सबसे बड़ा दिन है. राष्ट्र हित सर्वोपरि है, इसलिए वोट करना जरूरी है. आदर्श मतदान केंद्र से मतदान कर बाहर निकल रहे 73 वर्षीय अरविंद कुमार ठाकुर कहते हैं कि मजबूत देश का भविष्य सामने रख मतदान किया हूं. कहा कि मतदान का सिस्टम पहले से काफी बदल गया है. अब वोट गिराना आसान हो गया है. उर्दू मोहल्ला में वोट देकर वापस लौट रहे मो. मुस्तफा का कहना था कि बेहतर भविष्य को सामने रख वोट दिया हूं. कहा कि वतन में सुख-शांति कायम रहे, वोट देने के समय यही ध्यान में था. सैदनगर मोहल्ला के मो. मेराज का कहना था कि आम-अवाम की तरक्की को नजर में रख मतदान किया. चाय अच्छी थी, क्योंकि…हम सभी चाय वाले के लिए वोट करने निकले हैं. सीएम साइंस कॉलेज बूथ के बाहर चाय दुकान पर कुछ मतदाता चाय की चुस्की लेते हुए केंद्र सरकार की क्वालिटी पर आपस में बातें कर रहे थे. पीएम नरेंद्र मोदी के काम के साथ चाय की क्वालिटी की तुलना सुन वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर हंसी दौड़ गयी. लोक सभा चुनाव के दिन सोमवार को शहर की सड़कें सूनी रही. दुकानों का शटर डाउन रहा. फुटपाथी दुकान भी बंद रहा. बाजार खाली रहा. वोट गिराने के लिए लोगों का सड़कों पर आना-जाना जरूर दिन भर जारी रहा. सुबह के समय तीन पहिया गाड़ियों का परिचालन देखा गया. दोपहर होते-होते तीन पहिया वाहनों का परिचालन लगभग बंद हो गया. वोट गिराने आदि के लिये दो पहिया वाहनों का उपयोग लोगों ने किया.
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