प्रतिनिधि, दरभंगा
साथ ही विश्वविद्यालय में नए स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की शुरुआत पर विचार किया गया. इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य शिक्षाविदों और उद्योग के बीच की खाई को पाटना है, जिससे छात्रों को व्यावहारिक कौशल प्रदान किया जा सके और उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि हो. विभागों को ऐसे नवोन्मेषी और मांग-आधारित कार्यक्रम डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया, जो रोज़गार और बाज़ार की बदलती जरूरतों को पूरा कर सके. बैठक में कुलपति ने उच्च शिक्षा मानकों को बढ़ाने और छात्रों को करियर-केंद्रित अवसर प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई. बैठक में वित्तीय परामर्शी इंद्र कुमार, कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित, सिंडिकेट सदस्य प्रोफेसर अशोक कुमार मेहता, आइ क्यू ए सी निदेशक डॉ ज़िया हैदर, भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नौसाद आलम, मेरु नोडल अधिकारी अमृत झा तथा पटना से शिक्षा विभाग के जीतेन्द्र नायक (आनलाइन) सहित अन्य कई पदाधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित थे.
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