दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के दरबार हाल में कर्मचारियों को संस्कृत सिखलाने के लिए संभाषण शिविर का आयोजन किया गया. कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने कर्मचारियों को संस्कृत बोलने के लिये प्रेरित किया. कुलपति संस्कृत के छोटे-छोटे वाक्य बोल रहे थे तथा कर्मचारी उसे दुहरा रहे थे. इस दौरान कुछ कर्मचारियों ने टूटी-फूटी भाषा में अपना परिचय संस्कृत में दिया. कुलपति प्रो. पांडेय ने कहा कि सम्भाषण का आज पहला दिन है. आपकी जिज्ञासा व ललक से साफ लगता है कि कुछ ही दिनों में सभी काम चलने लायक संस्कृत बोलने लगेंगे. कुलपति ने कर्मचारियों से कहा कि संस्कृत बोलने में संकोच नहीं करें. इसी संकोच व परहेज ने संस्कृत की दशा बिगाड़ दी है. हम बोलेंगे तभी अगला सुनेंगे. इससे माहौल बनेगा. इसे सिर्फ देव भाषा कहकर हमलोग इससे दूर होते चले गए हैं. हम सबों को इसे व्यवहार की भाषा बनाने का प्रयास करना चाहिए. पीआरओ निशिकांत के अनुसार सम्भाषण कार्यक्रम 16 जून तक दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक दो चरणों मे चलेगा. आज कुलपति के अलावा दीपक कुमार चौधरी एवं अमित कुमार झा ने भी प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि आज मुख्यालय परिसर के नए परीक्षा भवन में सुबह से ही करीब 126 प्रशिक्षुओं को संस्कृत बोलना सिखाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ दरबार हॉल में कर्मचारियों के लिए सम्भाषण कार्यक्रम शुरू हुआ है.
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