Darbhanga News: दरभंगा. हराही तालाब की सेहत सुधारने में नगर निगम ने ताकत झोंक दी है. तालाब की सतह पर गंदगी के बार-बार जमा हो रही परत को स्थायी तौर पर हटाने के लिये जमीनी स्तर पर हर संभव प्रयास किया जा रहा है. हराही तालाब को दिग्घी से जोड़ने वाले नाला व कल्वर्ट की सफाई की जा रही है. सफाई में एरिएशन विधि अपनायी जा रही है. इस काम में मंगलवार को दो एरेटर मशीन लगायी गयी है. मशीन से कार्य लेने की शुरूआत कर दी है. पेपर वाली गली के रास्ते में पड़ने वाले कल्वर्ट को क्लियर कर लिया गया है. कल्वर्ट के कुछ दूर तक नाला के सतह तक बीते तीन दिनों में करीब 10-12 गाड़ी कचरा निकाला गया है. सतह तक मलबा निकाले जाने व कल्वर्ट की सफाई होने से हराही में नाला से पहुंच रहे पानी को तत्काल दो स्थानों पर मिट्टी डाल कर रोका गया है, ताकि नाला के आगे के भाग को सफाई की जा सके. अब मुख्य सड़क के मुहाने के कल्वर्ट और उससे आगे के भाग को सफाई करना शेष रह गया है. नाला व कल्वर्ट सफाई कार्य का नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता के आदेश पर लगातार नगर प्रबंधक रवि अमरनाथ, सहायक लोक स्वच्छता सह अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी निखिल चौरसिया व शांति रमण स्थल मुआयना कर कर्मियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं. सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी निखिल चौरसिया ने बताया कि एरिएशन विधि से कार्य किया जा रहा है. इसके लिए दो मशीन लगायी गयी है.
एरेटर लगाने के फायदे
जलीय वातावरण में आक्सीजन की मात्रा बढाने की एक प्रक्रिया है. इससे जलीय जीवों को आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति मिलती है. यह वाटरव्हील पानी को हवा में उछालकर और आक्सीजन को पकड़ कर डीओ की मात्रा बढ़ाने का काम करता है. जितने ज्यादा बुलबुले बनते हैं, उतनी ज्यादा आक्सीजन पकड़े जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है