दरभंगा: कुशेश्वरस्थान पूर्वी में जलस्तर में वृद्धि होने से दो दर्जन गांव पूरी तरह से प्रभावित हो गये हैं. लगभग 50 हजार आबादी पूरी तरह से घिर गयी है. वहीं रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इस कारण पूरे प्रखंड पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इटहर, उसरी, उजुआ-सिमरटोका तथा तिलकेश्वर पंचायतों का सड़क संपर्क भंग हो गया है. नाव से लोगों को आवाजाही करनी पड़ रही है. चौकिया तथा कुंजभवन गांव में तेजी से कटाव हो रहा है. कई घर नदी में विलीन हो गये हैं. वहीं हरिनाही, उसरी, कोनिया, कोला, जिमरहा, विशुनिया आदि गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गये हैं. किसानों के खेतों में लगी धान की फसल डूब गयी है. किसानों की चिंता बढ़ गयी है. पशुपालकों को चारा लाने में काफी कठिनाई हो रही है. पानी से जलकुंभी काटकर मवेशी को खिला किसी तरह पशुपालक समय काट रहे हैं. कई पशुपालकों ने मवेशी लेकर ऊंचे स्थान के लिए निकल पड़े हैं.
कटाव के कारण चौकिया के भीखो पासवान, छोटेलाल पासवान, अरविन्द पासवान, विनोद राय, सुरेन राय, रुनिया देवी, दिलीप पासवान सहित डेढ़ दर्जन लोगों के घर कमला बलान में विलीन हो गये हैं. पीड़ितों का कहना है कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ के कारण तबाही झेलनी पड़ती है. कटाव में घर पानी में समा जाते हैं. इसके स्थायी निदान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. जलस्तर में वृद्धि होने पर रतजगा करना पड़ता है. रात में ही पानी प्रवेश कर जाने का खतरा है. इस कारण कई परिवारों ने कमला बलान के पूर्वी व पश्चिमी तटबंध पर झोपड़ी बना शरण ले लिया है. सीओ त्रिवेणी प्रसाद ने बताया कि 11 नाव विभिन्न स्थानों पर दिया गया है. आवश्यकता पड़ने पर और उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं पीड़ितों का आरोप है कि सरकारी नाव दिये जो की जानकारी उनलोगों को नहीं है.
आंगन में घुसा बरसात का पानी, सड़क पर उतरे नवादावासी: बेनीपुर. नवादा पंचायत के वार्ड 10 में बरसात का पानी जमा हो जाने के कारण दर्जनों परिवार के लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इस समस्या से जूझ रहे वार्ड के डॉ अरविन्द कुमार झा, सुरेश झा, महेश झा, फूल झा, गणेश झा, अमीरा देवी, सुशीला देवी, महेन्द्र झा, कृष्ण चन्द्र झा, संतोष झा, विकास झा आदि ने कहा कि विमल यादव के घर से कृष्णचंद्र झा के घर तक लगभग 300 फीट में जलनिकासी के लिए नाला का निर्माण नहीं कराये जाने के कारण खरंजा सड़क पर दो फीट तक पानी जमा रहता है.
कई लोगों के आंगन में भी पानी प्रवेश कर चुका है. पानी जमा रहने से महामारी का भय सताने लगा है. सड़क की आधारशिला रखने पहुंचे स्थानीय विधायक सुनील चौधरी को भी इस समस्या से निदान की गुहार लगायी गयी थी. इस संबंध में स्थानीय मुखिया अनंत कुमार झा ने बताया कि लो-लैंड होने व ग्रामीण सड़क निर्माण होने के कारण जल निकासी का रास्ता बंद हो गया है. तत्काल सोमवार को जल निकासी का अस्थायी निदान कर दिया जायेगा. बरसात के बाद वार्ड में पक्की नाला का निर्माण कार्य पूरा कर दिया जायेगा.