दरभंगा. दरभंगा एयरपोर्ट पर स्थायी टर्मिनल का निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. सालाना 42.5 लाख यात्रियों की संभावित क्षमता वाला यह विशाल टर्मिनल होगा. प्रस्तावित स्थल पर मिट्टी समतलीकरण का कार्य हो रहा है. नींव खोदने का चल रहा काम. 54 एकड़ में बनने वाले टर्मिनल के निर्माण पर 572 करोड़ की लागत आयेगी. टेंडर के मुताबिक 24 माह में कार्य पूरा कर लेना है. आधारभूत संरचना के लिए काम करने वाली अहलूवालिया कॉन्ट्रेक्ट्स को दरभंगा एयरपोर्ट के लिए नये सिविल टर्मिनल का निर्माण कार्य मिला है. जानकारी के अनुसार फरवरी माह में ही विभागीय प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. लोकसभा चुनाव के कारण कार्य रुका था. अब निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है. एयरपोर्ट का मुख्य टर्मिनल दो फेज में बनना है. जानकारी के अनुसार स्थायी टर्मिनल पर व्यस्ततम अवधि में एक साथ 2000-2500 यात्रियों की आवाजाही हो सकेगी. दरभंगा एयरपोर्ट के ले-आउट प्लान के अनुसार स्थायी सिविल टर्मिनल एयरपोर्ट के दक्षिण में होगा. नार्थ-ईस्ट कोरिडोर यानी एनएच-57 से यह जुड़ेगा. राज्य सरकार की ओर से दी गयी 24 एकड़ अतिरिक्त जमीन पर रनवे का विस्तार होगा. रात में टेक ऑफ और लैंड करने की सुविधा के लिए आइएलएस सिस्टम के तहत कार्य पूरा किया जाना है. दरभंगा एयरपोर्ट को भविष्य के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में उड़यन विभाग देख रहा है. इस कारण यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के हिसाब से काम होना है. उस स्तर की सुविधा का ध्यान रखा जाना है. अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मद्देनजर टर्मिनल पर कस्टम कार्यालय के लिए जगह छोड़ा गया है. टर्मिनल पर 60 चेक इन काउंटर होंगे. पांच बेगेज बेल्ट रहेगा. सिक्योरिटी होल्ड एरिया में 1200 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी. एक दर्जन एक्स-रे मशीन लगायी जायेगी. 30 स्कैनर की व्यवस्था होगी. एक साथ 11 विमानों के ठहराव के लिए विशाल एप्रन बनेगा.
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