देर रात पोल पर लगी आग, एक घंटा तक दहशत के साये में रहे लोग

लक्ष्मीसागर उपकेंद्र के रोड नंबर छह में शनिवार की रात पोल पर केबुल में अचानक आग लग गयी

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2024 11:08 PM

दरभंगा. लक्ष्मीसागर उपकेंद्र के रोड नंबर छह में शनिवार की रात पोल पर केबुल में अचानक आग लग गयी. केबुल जलते देख इसकी सूचना विभाग को दी गयी. एक घंटा तक कोई नहीं पहुंचा. केबुल जलता रहा. लोग दहशत के साये में रहे. इसके बाद पहुंचे लाइन मैन ने समस्या को दूर किया. इस बीच फीडर से जुड़े उपभोक्ता आधी रात तक बिना बिजली के बिलबिलाते रहे. बताया गया कि लाइन मैन किसी दूसरे फीडर में काम कर रहा था. करीब एक घंटा के बाद लाइनमैन पहुंचा. निकट के पेड़ की टहनियों को तोड़ जैसे-तैसे आग को बुझाया. जले केबुल को दुरुस्त करने के बाद 12.15 बजे बिजली की आपूर्ति बहाल की जा सकी. इस वजह से करीब ढाई हजार उपभोक्ता भीषण उमस भरी गर्मी में हलकान रहे. वैसे कुछ इलाकों में यह समस्या रात के 11 बजे के बाद दूर हो गयी थी. इधर, केबुल के जलते रहने से आसपास के लोग भयभीत हो उठे. वहां भीड़ जमा हो गयी. इसके निदान के लिए उपकेंद्र, लाइनमैन व अभियंताओं से संपर्क करने लगे. त्वरित कार्रवाई की दिशा में विभागीय उदासीनता उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही थी. लोग अनहोनी की आशंका से खौफजदा नजर आ रहे थे. केबुल में आग लगने की घटना रात के करीब 9.30 बजे की है. इस बावत संपर्क करने पर एइ राकेश रंजन झुंझला उठे. जेइ से कहने और लाइनमैन को भेजे जाने की बात कही. लक्ष्मीसागर पशुपालन उपकेंद्र अंतर्गत चार फीडर हैं. चूनाभट्ठी, सुधा डेयरी, गैस गोदाम व सदर फीडर इसमें शामिल है. देर तक केबुल जलते रहने व घंटों बिजली ठप रहने से करीब ढाई हजार परिवारों का रात में हाल बेहाल रहा. फील्ड में समस्या आने पर उपभोक्ताओं को महज एक लाइन मैन ही नजर आता है, जबकि एइ राकेश रंजन का दावा है फीडर वार एक-एक लाइन मैन है. हालांकि धरातल पर चारों नजर नहीं आते. मोहल्लवासियों का कहना है कि एक ही लाइन मैन को देखते हैं. कभी दूसरे लाइन मैन को नहीं देखा. विभाग विषम परिस्थिति में त्वरित कार्रवाई के प्रति पूरी तरह लापरवाह है. बस समय पर विभाग का बिल भुगतान हो जाना चाहिए.लक्ष्मीसागर पशुपालन उपकेंद्र अंतर्गत चार फीडर हैं. चूनाभट्ठी, सुधा डेयरी, गैस गोदाम व सदर फीडर इसमें शामिल है. देर तक केबुल जलते रहने व घंटों बिजली ठप रहने से करीब ढाई हजार परिवारों का रात में हाल बेहाल रहा. फील्ड में समस्या आने पर उपभोक्ताओं को महज एक लाइन मैन ही नजर आता है, जबकि एइ राकेश रंजन का दावा है फीडर वार एक-एक लाइन मैन है. हालांकि धरातल पर चारों नजर नहीं आते. मोहल्लवासियों का कहना है कि एक ही लाइन मैन को देखते हैं. कभी दूसरे लाइन मैन को नहीं देखा. विभाग विषम परिस्थिति में त्वरित कार्रवाई के प्रति पूरी तरह लापरवाह है. बस समय पर विभाग का बिल भुगतान हो जाना चाहिए.

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