दरभंगा में दो बच्चे जिंदा जले, मां की हालत नाजुक
बिरौल थाने की सुपौल पंचायत के हाटगाछी आदर्श नगर में बिजली के तार से निकली चिंगारी से घर में आग लग गयी. इसमें दो बच्चे (दोनों भाई थे) जिंदा जल गये.
बिजली के तार से निकली चिंगारी से खाक
पिता के भोजन लेकर आने का इंतजार करते-करते भूखे पेट सो गये थे बच्चेगंभीर अवस्था में महिला को किया गया पीएमसीएच किया गया रेफर
बिरौल थाने की सुपौल पंचायत के हाटगाछी आदर्श नगर में बिजली के तार से निकली चिंगारी से घर में आग लग गयी. इसमें दो बच्चे (दोनों भाई थे) जिंदा जल गये. मां की स्थिति नाजुक है. वह पीएमसीएच में जीवन व मौत से संघर्ष कर रही है. घटना बीती रात की है.
जानकारी के मुताबिक गीता देवी अपने फूस के घर में दोनों बच्चों पांच वर्षीय अंकित एवं एक वर्षीय अंकुश कुमार के साथ सो गयी थी. पड़ोस के एक घर में लड़की की शादी थी. उसके पति अशोक सहनी वहां काम कर रहे थे. पत्नी एवं बच्चों के लिए भोजन शादी वाले घर से ही अशोक को लेकर आना था. इस कारण रात में महिला ने चूल्हा भी नहीं जलाया. भोजन का इंतजार करते-करते दोनों बच्चे सो गये. थोड़ी देर बाद मां भी सो गयी.बताया जाता है कि देर रात उसके घर के ऊपर से गुजरी बिजली के तार से चिंगारी निकली. चिंगारी से फूस के घर में आग लग गयी. तेजी से लगी आग ने संभलने तक का मौका नहीं दिया. सूचना पर पहुंचे अग्निशमन विभाग के कर्मी एवं स्थानीय लोगों ने जबतक आग पर काबू पाया, तब तक तीनों झुलस चुके थे. अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. गंभीर रूप से झुलस चुकी गीता देवी को प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच ले जाया गया. वहां से उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. सुबह में पहुंचे एसडीओ उमेश भारती ने घटनास्थल का मुआयना किया. दोपहर में बच्चों के परिजन को मुआवजे की राशि उपलब्ध करायी गयी.