बेनीपुर. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत प्रखंड के 16 पंचायत के 232 वार्ड के लोगों को आज भी शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है. लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से पहले इस योजना की जिम्मेवारी वार्ड समिति को दी गयी थी. हालांकि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी योजना फ्लॉप हो गयी. बाद में संचालन का जिम्मा सरकारी एजेंसी पीएचइडी को दिया गया. सरकारी आदेश के आलोक में पीएचइडी ने सभी ग्रामीण नल-जल का अधिग्रहण कर लिया. इसके भी आठ माह से अधिक समय बीतने के बावजूद लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल नहीं पहुंचा. पीएचइडी द्वारा नल-जल अधिग्रहण करते ही मुखिया एवं वार्ड समिति सदस्यों ने राहत की सांस ली, लेकिन आमजन को इससे कोई राहत नहीं मिली. अधिकांश पंचायत के सभी नल-जल आज भी बंद पड़े हुए हैं. आज भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. इधर बढ़ते तपिश व भू-गर्भीय जलस्तर के नीचे खिसक जाने से सामान्य चापाकल सूखने के कगार पर हैं. इससे लोगों के समक्ष भीषण पेयजल संकट हो गया है, लेकिन पीएचइडी इसे चालू करने में सफल साबित नहीं हो रहा है. इस संबंध में जहां प्रखंड प्रशासन सारा ठिकरा पीएचइडी पर फोड़ रही है, वहीं पीएचइडी विभाग राशि नहीं होने की बात कहकर हाथ खड़ा कर दे रहा है. नल-जल की मरम्मति कार्य प्रारंभ नहीं होने से पानी के लिए तरस रहे लोग सभी पंचायतों में नल-जल की मरम्मत प्रारंभ नहीं होने से लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. तरौनी के मुखिया श्यामसुंदर साहु बताते हैं कि पंचायत के चार वार्ड में पीएचइडी द्वारा नल-जल लगाया गया. शेष 13 वार्डों में पंचायत द्वारा नल-जल लगाया गया था, जिसे भी पीएचइडी द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया. अधिग्रहण के बाद अभी तक एक भी नल की मरम्मत विभाग द्वारा नहीं किए जाने के कारण सब के सब बेकार पड़े हुए हैं. कभी-कभी पीएचइडी द्वारा लगाए गए नल-जल से लोगों को पानी उपलब्ध हो जाता है. उन्होंने बताया कि इस तपिश व गर्मी में नल-जल नहीं चलने एवं चापाकल से पानी आना कम हो जाने के कारण लोगों को पीने के पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 16 पंचायत के 192 वार्ड के नल-जल को किया गया अधिग्रहण इस संबंध में बेनीपुर लोक स्वास्थ्य अवर प्रमंडल कार्यालय के कनीय अभियंता योगेंद्र साफी ने कहा कि 16 पंचायत के 192 वार्ड के नल-जल को अधिग्रहण कर लिया गया है. वहीं 38 वार्ड में पूर्व से ही वॉटर ट्रीटमेंट के तहत पीएचइडी द्वारा नल-जल लगाया गया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल राशि का अभाव है. शुरुआती दौर में जो राशि मिली, उससे पांच पंचायत हावीभौआर, पोहद्दी, शिवराम, बाथो-रढ़ियाम तथा नवादा में नल-जल मरम्मत का कार्य कर दिया गया, जहां चालू है. शेष पंचायतों में भी राशि उपलब्ध होते ही मरम्मत प्रारंभ कर दिया जायेगा.
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