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तपिश बढ़ने के साथ हांफने लगे चापाकल, नल से नहीं हो रही जलापूर्ति

बढ़ती गर्मी एवं तपिश के कारण भू-गर्भीय जलस्तर नीचे खिसकता जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 11:37 PM

बेनीपुर. बढ़ती गर्मी एवं तपिश के कारण भू-गर्भीय जलस्तर नीचे खिसकता जा रहा है. इसके साथ ही नगर परिषद के विभिन्न वार्डों के अधिकांश चापाकल हांफने लगे हैं. वार्डों में पीने के पानी के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ रही है. नगर प्रशासन वार्डों की जनता को इस गर्मी में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में पूरी तरह अक्षम साबित हो रहा है. नगर प्रशासन द्वारा करोड़ों की लागत से 29 वार्डों में लगाए गये नल-जल जहां खुद बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है, वहीं, कई दशक पूर्व बेनीपुर मुख्य बाजार में पीएचइडी द्वारा लगाया गया जलमिनार को भी चालू करने में नगर परिषद कामयाब नहीं हो पा रहा है. परिणाम स्वरूप इस पानी टंकी से जुड़े वार्ड 21 एवं 24 की जनता के सामने पेयजल का संकट उत्पन्न होने लगा है. कहने के लिए तो नगर परिषद गठन के कुछ साल बाद ही नगर प्रशासन ने इसे पीएचइडी से हस्तगत कर वार्ड 21 एवं 24 के अधीन जलापूर्ति की योजना बनाते हुए इसके नाम पर लाखों रुपए खर्च किया, लेकिन वार्डवासियों को पानी नसीब नहीं हो सका. यह नगर के लिए शोभा की वस्तु बना हुआ है. वहीं, वार्डों के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. इसको लेकर वार्ड 21 के पार्षद मिथिलेश यादव एवं 24 के पार्षद योगी पासवान ने कहा कि जलापूर्ति योजना नगर प्रशासन के लिए लूट की योजना बनाकर रह गयी है. दोनों वार्ड में पूर्व के पीएचइडी के नल-जल से जलापूर्ति के लिए वार्ड में पाइप लाइन बिछायी गयी, लेकिन संवेदक एवं नगर परिषद के पदाधिकारी की मिलीभगत से हुए घटिया निर्माण के कारण कहीं भी पाइप लाइन का काम सही से नहीं हुआ. टंकी के चालू होते ही दोनों वार्डो में जगह-जगह पाइप लाइन फटने लगता है. इस कारण टंकी को बंद करना पड़ता है. उन लोगों ने कहा कि वार्ड के आधा से अधिक चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया है. आधा जो चालू है वह भी अब हांफ रहे हैं. इस बार भी पिछले वर्षों की तरह लोगों को पीने का पानी के लिए तरसना पड़ेगा. इस संबंध में कार्यपालक अधिकारी दीपक कुमार ने कहा कि बढ़ती तपिश एवं घटते जलस्तर को देखते हुए नल-जल के सभी संमवेदकों को नोटिस जारीकर वार्ड में नल-जल को चालू करने का निर्देश दिया गया है. कारण अधिकांश नल-जल के रख-रखाव का दायित्व संबंधित संवेदक के जिम्मे है, जो नगर के अधीन है, उसे नगर की ओर से चालू करने का काम चल रहा है. नगर के लोगों को पीने के पानी की किल्लत नहीं होने दी जाएगी.

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