दरभंगा. अब प्रत्येक सप्ताह प्रखंडों के सभी विद्यालयों का निरीक्षण किया जायेगा. निरीक्षण अथवा अनुश्रवण के लिए प्रत्येक विद्यालय निरीक्षक को तीन महीने के लिए विद्यालय से टैग किया गया है. निरीक्षण रोस्टर इस प्रकार तैयार किया गया है कि प्रत्येक सप्ताह प्रखंड के शत-प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से किया जा सके. इस आशय का पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर डीइओ समर बहादुर सिंह ने जारी किया है. कहा है कि निरीक्षण प्रपत्र में कोई भी कॉलम खाली, अधूरा एवं अस्पष्ट नहीं रहे. प्रखंड स्तर पर कोई भी निरीक्षण प्रतिवेदन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से काउंटर साइन करने के बाद ही ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उसी तिथि को अपलोड करने के निर्देश दिए हैं. डीइओ ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को प्रत्येक दिन अपने प्रखंड अंतर्गत सभी निरीक्षित विद्यालयों के निरीक्षकों के साथ समीक्षा के निर्देश दिए हैं. सुधार तथा आवश्यकता का आकलन करते हुए दैनिक प्रतिवेदन कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा है. साथ ही उन्हें व्यक्तिगत रूप से अधोहस्ताक्षरी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को संज्ञान में लाने के निर्देश दिए हैं. जिला पदाधिकारी अथवा उप विकास आयुक्त की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उपस्थित रहने को कहा गया है. कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को मिली शिकायतों की जांच कर निपटारा 48 घंटे के अंदर सुनिश्चित करने को कहा है. डीइओ ने निरीक्षण प्रपत्र में के काॅलम पर विशेष ध्यान देने को कहा है. पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता अगर 90 प्रतिशत है, तो शेष 10 प्रतिशत का कारण बताना होगा. मध्यान्ह भोजन गैस चूल्हा से नहीं बनाया जा रहा है, तो कारण स्पष्ट करना होगा. इसी प्रकार उपस्कर की संख्या के साथ वर्ग कक्ष की संख्या एवं कुल नामांकन बताना होगा. अतिरिक्त उपस्कर की अधियाचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से देने के निर्देश दिए गए हैं. छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय अनिवार्य रूप से होना आवश्यक है.
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