Darbhanga News: दरभंगा. स्वास्थ्य सह जिले के प्रभारी मंत्री मंगल पांंडेय 23 जनवरी को गंगवाड़ा में नवनिर्मित 200 बेड के कैंसर अस्पताल का शुभारंभ करेंगे. तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यह अस्पताल मुजफ्फरपुर स्थित कैंसर अस्पताल का सेटेलाइट सेंटर होगा. इसका संचालन टाटा मेमोरियल संस्थान करेगा. जानकारी के अनुसार यह अस्पताल बिहार का पहला डेडिकेटेड कैंसर हॉस्पिटल होगा, जिसमें प्रमुख रूप से मुंह के कैंसर रोगियो का उपचार किया जायेगा. इसे लेकर संस्थान ने 32 चिकित्सक एवं कर्मियों की नियुक्ति की है. आधे दर्जन चिकित्सक होंगे. अगले दो साल में चिकित्सक व कर्मियों की संख्या बढ़ायी जायेगी. इलाज कराने वाले मरीजों को यहां आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा.
पिछले साल मई माह में भवन को किया गया था हैंडओवर
पिछले साल के मई माह में बिहार मेडिकल एंड सर्विसेज इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल) ने इस अस्पताल भवन को हैंडओवर किया था. 2020 के सितंबर माह में वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदर अस्पताल के रूप में इसका शिलान्यास किया था. तीन साल बाद 26 दिसंबर 2023 को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसका उद्घाटन किया. लेकिन, जनवरी माह में इस नवनिर्मित सदर अस्पताल के भवन को होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर को सौंप दिया गया. अस्पताल के निर्माण पर कुल 45 करोड़ की लागत आयी है.
सदर अस्पताल बनता तो कम होता डीएमसीएच में मरीजों का लोड
पांच साल पहले 2020 में गंगवाड़ा मे गौशाला की भूमि पर सदर अस्पताल की नींव डाली गयी. इसे लेकर आम जनों में हर्ष व्याप्त था. लोगों का कहना था कि सदर अस्पताल बन जाने से डीएमसीएच में रोगियों के दबाव को कम किया जा सकेगा. लेकिन, अब इसे कैंसर रोग का उपचार केंद्र बना दिया गया है. इसका संचालन भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है