Hospital In Bihar: दरभंगा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में ओपीडी चालू, इन बीमारियों का अब इलाज संभव
Hospital In Bihar: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार डीएमसीएच परिसर स्थित सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में ओपीडी गुरुवार से शुरू हो गया. तीन विभागों का ओपीडी अभी चालू हुआ है. अभी केवल सुबह की पाली में ओपीडी खुलेगा.
Hospital In Bihar: दरभंगा. आखिरकार लंबे इंतजार के बाद डीएमसीएच परिसर स्थित सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में तीन विभागों का ओपीडी गुरुवार से शुरू हो गया. नेफ्रोलॉजी, न्यूरोसर्जरी व गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट विभाग में किडनी, ब्रेन तथा पाचनतंत्र की बीमारियों से संबंधित मरीजों को चिकित्सकों का परामर्श मिलने लगा. इन रोगों से संबंधित मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता था. अब सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में इन जटिल रोगों का इलाज संभव हो गया. फिलहाल सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में सुबह में ही ओपीडी संचालित किया जायेगा. सायंकालीन ओपीडी का संचालन नहीं होगा. सायंकालीन ओपीडी का समय दोपहर 03.30 बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है.
काउंटर खुलते ही लगी निबंधन की कतार
इसको लेकर अस्पताल प्रशासन की ओर से पहले ही तैयारी पूरी कर ली गयी थी. मरीजों के निबंधन को लेकर नये बिल्डिंग में कंप्यूटर सिस्टम सेट कर लिया गया था. दो ऑपरेटर को निबंधन प्रक्रिया की जिम्मेदारी दी गयी है. मेल व फिमेल का अलग- अलग काउंटर बनाया गया है. वहीं पुराने ओपीडी में भी संबंधित मरीज रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. सुबह 08.30 बजे रजिस्ट्रेशन हो रहा है. निबंधन के बाद मरीज चिकित्सकीय परामर्श ले सकेंगे. सुबह 09.30 बजे से चिकित्सक अपने- अपने विभाग में मौजूद रहेंगे. मेन ओपीडी में मरीजों के लिए दो पालियों में चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध है.
अब तक 10 डॉक्टरों ने दिया योगदान
सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में चिकित्सा कार्य के मद्देनजर अब तक 10 सहायक प्राध्यापकों ने अपना योगदान दे दिया है. नेफ्रोलॉजी में डॉ अभिषेक कुमार, डॉ रिजवान आलम, न्यूरो सर्जरी में डॉ भुवनजी झा, डॉ देबिश आनंद व डॉ राजीव कुमार रंजन, न्यूरोलॉजी में डॉ प्रशांत कुमार ठाकुर, गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट में डॉ शरद कुमार झा, प्लास्टिक सर्जरी में डॉ संजय कुमार, डॉ मेराज अहमद व डॉ राजेश कुमार शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के सात विभागों में कुल 15 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की है. इसमें से 10 चिकित्सकों ने ज्वाइन कर लिया है. शेष बचे पांच डॉक्टरों को 10 जुलाई तक योगदान देना है. सबसे अधिक प्लास्टिक सर्जरी में पांच चिकित्सकों की नियुक्ति की गयी है.
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सर्जरी चिकित्सा सेवा के लिए अभी और इंतजार
विभागों में मरीजों को सर्जरी चिकित्सा सेवा के लिए अभी और इंतजार करना होगा. यहां प्लास्टिक सर्जरी, नियोनेटोलॉजी, गेस्ट्रोइंटोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी व कार्डियोलॉजी विभाग रन किये जाने की प्रक्रिया में है. इसमें से दो विभाग प्लास्टिक सर्जरी व न्यूरो सर्जरी में मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श से लेकर ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. जानकारी के अनुसार सभी चिकित्सकों के ज्वाइनिंग के बाद सर्जरी विभाग संचालन की कवायद तेज होगी. संबंधित चिकित्सकों की मौजूदगी में उपकरणों को इंस्टॉल किया जायेगा. इसके बाद सर्जरी का काम शुरू हो सकेगा. इसमें अभी वक्त लगने की बात कही जा रही है.