Darbhanga News: आधुनिक दौर के विकास में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की महती भूमिका
Darbhanga News:आइआइटी रुड़की के केमिकल इंजीनियर प्रो. प्रतीक कुमार झा ने मानव सभ्यता के विकास के क्रम में बिग बैंक थ्योरी से लेकर आधुनिक दौर के विकास में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर प्रकाश डाला.
Darbhanga News: दरभंगा. एमएलएसएम कॉलेज में रसायन विज्ञान विभाग की ओर से मंगलवार को डॉ अनिल कुमार चौधरी की अध्यक्षता में भविष्य के लिए विज्ञान विषय पर संगोष्ठी हुई. इसमें आइआइटी रुड़की के केमिकल इंजीनियर प्रो. प्रतीक कुमार झा ने मानव सभ्यता के विकास के क्रम में बिग बैंक थ्योरी से लेकर आधुनिक दौर के विकास में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर प्रकाश डाला. कहा कि भविष्य आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का है. रसायन विज्ञान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) की भूमिका को रेखांकित किया. डिजिटल रसायन विज्ञान की शुरुआत और परिपक्वता का विश्लेषण किया. कहा कि विश्लेषणात्मक विवरण शीर्ष 20 एआइ आधारित प्रौद्योगिकियों और सात व्यापक विषयों का चयन करता है, जो क्षेत्र को नया आकार दे रहे हैं. अनुसंधान विधियों, शिक्षा को बढ़ाने में मशीन लर्निंग, बिग डेटा, डिजिटल ट्विन्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी), रोबोटिक प्लेटफॉर्म, रासायनिक प्रक्रियाओं का स्मार्ट नियंत्रण, आभासी वास्तविकता और ब्लॉक चेन जैसे कई डिजिटल उपकरणों के एकीकरण को रेखांकित किया.
डिजिटल नवाचार समय की जरूरत- डॉ आनंद मोहन
डॉ आनन्द मोहन झा ने कहा कि रसायन विज्ञान में दृष्टिकोण और औद्योगिक प्रथाएं, इसके अध्ययन के महत्व के केंद्र में निहित है. कहा कि डिजिटल नवाचार समय की जरूरत है. यह रासायनिक विज्ञान में अधिक कुशल, टिकाऊ और नवीन भविष्य को बढ़ावा देता है. रसायन विज्ञान में नए रास्ते बनाता है. यह शोधकर्ताओं, शिक्षकों और उद्योग के पेशेवरों को समकालीन चुनौतियों के समाधान के लिए व्यापक दिशा देता है. डॉ लोक नाथ झा ने भी विचार रखा. संचालन भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ कालिदास झा ने किया.
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