दरभंगा : बड़ा बाजार निवासी एक बुजुर्ग की मौत डीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गयी. इलाज के लिए बुजुर्ग को कल रात डीएमसीएच ले जाया गया था. गुरुवार की दोपहर एक बजे लाश को जलाने के लिए परिजन बागमती नदी किनारे सतिहारा घाट ले गये. एहतियातन लोगों को शरीर में प्लास्टिक आदि लपेटते देख काफी संख्या में वहां स्थानीय लोग जुट गये. शव को कोरोना संक्रमित बताते हुए जलाने से रोक दिया. इसकी जानकारी मृतक के परिजनों ने एक वार्ड पार्षद व कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को दी.
उन लोगों ने घाट पर पहुंच कर लोगों को समझाया. काफी समझाने के बाद लोग शव जलाने देने को राजी हो गये. इसके बाद वार्ड पार्षद व सामाजिक कार्यकर्ता आदि वापस चले आये. विरोध करने वाले भी घर लौट गये. शव को चिता पर रख दिया गया. अग्निदान की रश्म होने वाली थी. इसी बीच कुछ अन्य लोग वहां पहुंच गये तथा शवदाह को रोक दिया. लोग काफी आक्रोशित दिख रहे थे. उनका कहना था कि किसी भी सूरत में वहां पर शवदाह नहीं करने दिया जाएगा. चिता पर शव पड़ा था. लोग शव उठाकर दूसरी जगह जलाने के लिए दबाव बनाने लगे.
परिजनों ने फिर संबंधित वार्ड पार्षद व सामाजिक कार्यकर्ताओं को मामले की जानकारी दी. विरोध करने वालों की मोबाइल से बात करायी गयी. साथ ही कुछ लोग घाट पर भी पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझाया जा सका. इसके बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका.
कोरोना जांच को परिजन समेत अन्य का लिया गया सैंपल: मृतक के परिजन समेत कुछ अन्य लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया है. सैंपल लिये जाने वालों की संख्या करीब 30 बतायी गयी है.