Darbhanga News: गौड़ाबौराम. क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश के बीच कमला बलान नदी के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. इससे चतरा, रही टोल, बौराम मुसहरी आदि गांवो पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है. गांव तक जाने वाली सड़कें डूब गयी है. लोग नाव से आवागमन करने पर विवश हैं. पश्चिमी व पूर्वी तटबंध के बीच बसे इन गांवों के सात हजार आबादी को हर साल बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है. प्रत्येक वर्ष कमला बलान लोगों को दर्द देकर चली जाती है. बाढ़ का आना-जाना लगा ही रहता है. लोगों को घर-द्वार छोड़कर तटबंध पर शरण लेना पड़ता है. पानी से घिरे इन गांव के 90 प्रतिशत लोग पशुपालन कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. पशु को चारा खिलाने के लिए पशुपालक ज्यादातर जनेर की खेती करते हैं. नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से सैकड़ों एकड़ खेतों में लगे जेनर व मनेजरा की फसल डूबकर बर्बाद हो गयी है. अब पशुपालक पशु चारे के लिए दर-दर भटक रहे हैं. दूर-दराज के गांव से पशुपालक चारे का प्रबंध कर रहे हैं. वहीं, समय से चारा नहीं मिलने से भूखे पशु बीमार पड़ने लगे हैं. लोग निजी पशु चिकित्सक से पशुओं का इलाज कराने पर विवश हैं. इस संबंध में सीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि अभी पानी की स्थिति सामान्य है.
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