अलीनगर. धमसाईन गांव निवासी पूर्व प्रमुख स्वर्गीय मो. जिलानी के 32 वर्षीय सेफ्टी इंजीनियर पुत्र मो.जावेद आलम की मुंबई में अपने कमरे में हुई अचानक मृत्यु की खबर से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. गांव में शोक का वातावरण बन गया है. वह मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में सेफ्टी इंजीनियर के पद पर कार्यरत था. परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी के बुलावे पर वह घर से बकरीद का त्योहार किए बिना 14 जून को चला गया था.16 जून को कंपनी ज्वाइन भी किया था. वह अपनी ड्यूटी के क्रम में 22 जून को कमजोरी महसूस करने लगा तो उसे रूम पर जा कर आराम करने के लिए कहा गया. जहां से उसने 22 जून की रात करीब 11:30 बजे अपनी मां अनवरी खातून से अंतिम बार बात किया था. जब रविवार की सुबह वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकला, तो गांव के उसी कंपनी में मजदूरी करने वाले कुछ युवक अन्य कमरों से निकलने के बाद जावेद के कमरे से उठाने का प्रयास किया. जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो किसी तरह गेट खोल कर कमरे में प्रवेश किया. उसकी स्थिति बहुत नाजुक थी. जैसे तैसे उसे लेकर शिवाजीराव अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित किया गया. जावेद को वहां मौजूद ग्रामीण युवक वायुयान से अपने साथ लेकर 24 जून की सुबह की फ्लाइट से दरभंगा आयेंगे. गांव में ही जोहर की नमाज के बाद उसका जनाजा वह अंतिम संस्कार किया जाएगा. जावेद नौ भाइयों में सातवें नंबर पर था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है