दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला
दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में आइइए बिहार की तरफ से गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला व कैरियर काउंसेलिंग सेमिनार का आयोजन किया गया.
सदर. दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में आइइए बिहार की तरफ से गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला व कैरियर काउंसेलिंग सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सत्र में विभिन्न क्षेत्रों के कई विशेषज्ञों ने ऑफ लाइन व ऑन लाइन मोड में शामिल होकर अपना अनुभव साझा किया. सेमिनार में कई विदेशों से भी विशेषज्ञ ऑनलाइन मोड में शामिल हुए. वहीं आइइए के संस्थापक आशीष दूबे ने बताया कि हमने बिहार के छात्रों को हरसंभव मदद करने के लिए आइइए बिहार का गठन किया है. उन्होंने बताया कि आइइए अनुसंधान वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, प्रशासकों, रक्षा व्यक्तियों आदि की एक टीम है. इसे हमसब कुछ मुफ़्त.प्रदान कर रहे हैं. मौके पर आइआइटी के नृपेंद्र कुमार ने सिविल इंजीनियरिंग में कैरियर के अवसरों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के साथ जल संसाधन क्षेत्र में 25 वर्षों का अनुभव है. उन्होंने नौकरियों और उच्च अध्ययन के लिए मुख्य इंजीनियरिंग अवसरों की चर्चा पर व्यावहारिक व्याख्यान दिया. छात्रों को वैकल्पिक कैरियर विकल्प तलाशने के लिए प्रेरित किया. सेमिनार में ऑस्ट्रेलिया से विवेकानंद झा भी जुड़े. वे अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने तेजी से विकास के लिए प्रौद्योगिकी और मानव संसाधन के सम्मेलन पर जोर दिया. साथ ही भारत और अन्य देशों में स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ते अवसरों पर भी प्रकाश डाला. स्टॉकहोम, स्वीडन के कैंसर विशेषज्ञ डॉ राजीव कुमार उत्तर-पूर्व भारत में तंबाकू कैंसर का मुख्य केंद्र विषय पर व्याख्यान दिया. उन्होंने तंबाकू सेवन से बचने एवं स्वस्थ रहने के लिए युवा चैंपियंस के बीच जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया. नेहा शर्मा झा ने साक्षात्कार की तैयारी, व्यावासिक अंग्रेजी, सॉफ्ट स्किल्स व जीवन कौशल प्रशिक्षण के बारे में बताया. अलख कुमार सिन्हा ने स्टार्टअप्स, उद्योग, स्व-रोजगार परियोजनाएं, क्लस्टर्स और समुदाय परियोजनाओं के बारे में बताया. निखिल कुमार ने सेना के अधिकारियों के लिए एसएसबी साक्षात्कार के बारे में बताया. वहीं, वक्ता अनुसंधान वैज्ञानिक यूएसए से जुड़े. मुकेश कुमार बारांवाल ने आइटी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के अवसरों के बारे में बताया और छात्रों को एमएनसी में उच्चतम पैकेज पर अच्छी नौकरी के अवसर कैसे प्राप्त कर सकते हैं उनके बारे में जानकारी दी. अनुसंधान वैज्ञानिक डॉ सुजीत कुमार ने जीवाणु जीनेटिक्स, एंटीबायोटिक प्रतिरोध के तंत्र, और ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया में एनवेलोप बायोजेनेसिस के बारे में बताया. डीसीइ दरभंगा के प्रिंसिपल डॉ संदीप तिवारी ने मेहमानों का स्वागत किया और छात्रों के लिए उनका मूल्यवान समय देने के लिए धन्यवाद दिया. कार्यक्रम में कई शिक्षक भी मौजूद थे.
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